आरुषि-हेमराज मर्डर केस: 4 साल की सजा काट चुके तलवार दंपति आज जेल से रिहा
आरुषि-हेमराज मर्डर केस में चार साल की सजा काट चुके आरुषि के माता-पिता सोमवार को जेल से रिहा हो गए हैं. हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी पहुंचने के बाद डासना जेल में तलवार दंपति की रिहाई की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह जेल से रिहा हो गए थे.
October 16, 2017 12:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
गाजियाबाद: आरुषि-हेमराज मर्डर केस में चार साल की सजा काट चुके आरुषि के माता-पिता सोमवार को जेल से रिहा हो गए हैं. हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी पहुंचने के बाद डासना जेल में तलवार दंपति की रिहाई की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह जेल से रिहा हो गए थे. बता दें कि 4 साल से गाजियाबाद की डासना जेल में सजा काट रहे तलवार दंपति को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था. 13 अक्टूबर को आए फैसले के बावजूद तलवार दंपति रिहा नहीं हो पाए क्योंकि जेल प्रशासन को फैसले की क़ॉपी नहीं मिली थी. तलवार दंपत्ति आज जेल रिहा हो गए लेकिन हर 15 दिन पर डासना जेल आते रहेंगे ताकि कैदियों का चेकअप कर सकें.
राजेश तलवार ने डासना जेल में 3 साल 10 माह और 21 दिन बतौर सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे है. वहीं विचाराधीन कैदी के तौर पर 1 माह 20 दिन जेल में काटे हैं. नूपुर तलवार ने डासना जेल में 3 साल 6 माह और 22 दिन सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे है. वहीं विचाराधीन कैदी के तौर पर 4 माह 26 दिन जेल में काटे हैं. राजेश तलवार का अब तक बंदी के तौर पर जेल में अपनी सजा काटने के दौरान 49 हजार 520 रुपए मेहनताना बना है. लेकिन उन्होंने वो पैसा लेने से मना कर दिया है, उसे दान करने का फैसला लिया है. आरुषि के नाना ने रिहाई के फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि नौ साल बाद इस बार दिवाली मनाएंगे.
राजेश और नूपुर तलवार ने जेल में जो भी अपनी जरूरतों के समान मंगाए थे जेल मैनुअल के हिसाब से जो कैदी बुला सकते है वो समान ये जेल में ही गरीब बंदी को बांटकर जेल से बाहर जाएंगे. वहीं राजेश और नूपुर तलवार जेल में जो भी अपनी धार्मिक इतिहास और आध्यात्मिक किताबें लाए थे वो जेल लाईब्रेरी में जेल बंदी के लिए छोड़कर जाएंगे.
बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरुषि तलवार के माता-पिता को संदेह का लाभ दिया और दोनों को मिली उम्रकैद की सजा को रद्द कर दिया है. बता दें कि गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट ने आरुषि की हत्या में उसके माता-पिता को दोषी मानते हुए उम्रकैद सुनाई थी. दोनों डासना जेल में बंद हैं. सीबीआई कोर्ट के फैसले को तलवार दंपति ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. शुक्रवार को हाईकोर्ट ने साफ कर दिया कि माता-पिता ने आरुषि को नहीं मारा.