आरुषि हत्याकांड में बरी किये गये तलवार दंपति हर 15 दिन पर डासना जेल जाएंगे, मगर क्यों
आरुषि-हेमराज मर्डर केस में बीते दिनों बरी किये गये डेंटिस्ट कपल राजेश तलवार और नूपुर हर 15 दिनों पर गाजियाबाद के डासना जेल जाकर उन मरीजों का इलाज करेंगे जिन्हें दांत संबंधी समस्या हैं. बता दें कि तलवार दंपति दोनों डेंटिस्ट हैं. ये जानकारी जेल प्रशासन ने दी है.
October 15, 2017 10:31 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली. आरुषि-हेमराज मर्डर केस में बीते दिनों बरी किये गये डेंटिस्ट कपल राजेश तलवार और नूपुर हर 15 दिनों पर गाजियाबाद के डासना जेल जाकर उन मरीजों का इलाज करेंगे जिन्हें दांत संबंधी समस्या हैं. बता दें कि तलवार दंपति दोनों डेंटिस्ट हैं. ये जानकारी जेल प्रशासन ने दी है.
तलवार दंपति आरुषि-हेमराज मर्डर केस में नवंबर, 2013 में निचली अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद से जेल में बंद हैं. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पिछले दिनों दोनों को बरी कर दिया. वे 16 तारीख यानी सोमवार को डासना जेल से बाहर आ सकते हैं.
डासना जेल अधिकारी ने कहा कि डेंटिस्ट कपल तलवार दंपति ने जेल के भीतर जीर्ण अवस्था में पड़े कैदी अस्पताल के डेंटल विभाग का कायाकल्प कर दिया. जेल के डॉक्टर सुनील त्यागी समाचार एजेंसी से कहा कि हम इस बात को लेकर चिंतित थे कि तलवार दंपति की रिहाई के बाद इस डेंटल विभाग का क्या होगा. मगर उन्होंने इस बात को लेकर आश्वासन दिया है कि वे हर 15 दिन पर जेल में जाया करेंगे और वहां मरीजों का इलाज करेंगे.
सुनील त्यागी ने कहा कि जेल कैदियों के अलावा नूपुर तलवार और राजेश तलवार जेल स्टाफ, पुलिस अधिकारी और उनके बच्चों का इलाज भी करते आ रहे हैं. जब से तलवार दंपति जेल में रह रहे हैं, तब से उन्होंने हजारों मरीजों का इलाद किया है. ये सभी उनकी सेवा से काफी खुश हैं.
तलवार दंपति की रिहाई के बाद दांत से परेशान मरीजों की भीड़ को देखते हुए जेल अधिकारियों ने गाजियाबाद के एक डेंटल कॉलेज के साथ समझौता किया है. इस समझौते के तहत डेंटल कॉलेज के डॉक्टर्स डासना जेल सप्ताह में दो बार विजीट करेंगे और वहां उन कैदियों का इलाज करेंगे जो दांत की समस्या से पीड़ित हैं.
बता दें कि तलवार दंपति पर आरोप था कि उन दोनों ने मिलकर साल 2008 में अपनी बेटी 14 साल की आरुषि और घरेलू नौकर हेमराज की हत्या कर दी थी. मगर अब इलाहाबाद कोर्ट ने उन्हें निर्दोष पाया है और उन दोनों को बरी करने का आदेश दे दिया है.