लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर 24 अक्टूबर को उतरेंगे 20 फाइटर प्लेन
इंडियन एयरफोर्स एक बार फिर से इतिहास लिखने की ओर अग्रसर दिख रही है. इंडियन एयरफोर्स लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्लेन और फाइटर एयरक्राफ्ट उतारने की तैयारी कर रही है. उम्मीद की जा रही है कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर 24 अक्टूबर को एयरफोर्स के फाइटर प्लेन लैंडिंग और टेक ऑफ करेंगे. बता दें कि ये रेगुलर अभ्यास का एक हिस्सा होगा, जो साल 2015 में शुरू हुआ था.
October 13, 2017 11:00 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली. इंडियन एयरफोर्स एक बार फिर से इतिहास लिखने की ओर अग्रसर दिख रही है. इंडियन एयरफोर्स लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्लेन और फाइटर एयरक्राफ्ट उतारने की तैयारी कर रही है. उम्मीद की जा रही है कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर 24 अक्टूबर को एयरफोर्स के फाइटर प्लेन लैंडिंग और टेक ऑफ करेंगे. बता दें कि ये रेगुलर अभ्यास का एक हिस्सा होगा, जो साल 2015 में शुरू हुआ था.
24 अक्टूबर को इस एक्प्रेस वे पर करीब 20 फाइटर प्लेन लैंड करेंगे, जिनमें जगुआर, सुखोई, मिराज आदि फाइटर प्लेन शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि देश में पहली बार किसी एक्सप्रेस-वे पर इतने बड़े स्तर पर फाइटर प्लेन से अभ्यास किया जाएगा.
हालांकि, अभी तक इस अभ्यास कार्यक्रम के प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय से मंजूरी लेना बाकी है. मगर उम्मीद की जा रही है कि रक्षा मंत्रालय इस प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा देगी. बताया जा रहा है कि लोकल एडमिनिस्ट्रेशन मरम्मत का कार्य कर रही हैं और तैयारियां भी शुरू कर चुकी है.
उम्मीद की जा रही है कि इस अभ्यास कार्यक्रम में युद्ध के दौरान फाइटर प्लेन के लिए होने वाली तैयारियों को परखा जाएगा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अभ्यास के दौरान इस रूट पर गाड़ियों का आना-जाना बंद रहेगा.
बता दें कि नोएडा से आगरा के बीच बना यमुना एक्सप्रेस-वे देश का पहला एक्सप्रेस-वे है, जहां एयरफोर्स ने फाइटर प्लेन जगुआर को उतारा था. इसके बाद इसी तरह की एयर स्ट्रिप लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर बनाई गई है.
एक्सप्रेस-वे पर एयर स्ट्रिप इसलिए बनाई जा रही हैं क्योंकि युद्ध की स्थिति में सबसे पहले हवाई हमले एयरबेस और एयरपोर्ट पर ही किए जाते हैं, ताकि फाइटर प्लेन उड़ान न भर सकें. ऐसी स्थिति में एक्स्प्रेस पर बनी एयर स्ट्रिप ही फाइटर प्लेन के लैंड कराने और टेक ऑफ कराने के काम आती हैं. इसी सोच के तहत भारत सरकार ने भी इस एक्सप्रेस वे को तैयार किया है.