नई दिल्ली. 14 अक्टूबर को जब पीएम नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर होंगे तो वहां एक अलग ही राजनीतिक नजारा देखने को मिलेगा. पीएम मोदी 14 अक्टूबर को करीब पांच घंटे बिहार में रहेंगे और पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में शिरकत करेंगे. अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस दिन मंच पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी एक साथ बैठें नजर आएंगे. एक दूसरे के राजनीतिक धुर-विरोधी पीएम मोदी और लालू प्रसाद एक साथ ही मंच पर शिरकत करते नजर आएंगे. इतना ही नहीं, इस मंच पर हो सकता है कि यशवंत सिन्हा का भी पीएम मोदी का आमना-सामना हो. बिहार में महागठबंधन की सरकार खत्म होने के बाद ये पहला मौका होगा जब लालू और सीएम नीतीश कुमार एक साथ किसी मंच पर दिखेंगे.
बताया जा रहा है कि पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में इसके एलुम्नाई को आमंत्रित किया गया है. बता दें कि पटना यूनिवर्सिटी ने अपने तमाम एलुम्नाई लालू यादव, नीतीश कुमार, सुशील मोदी, रामविलास पासवान, यशवंत सिन्हा और रविशंकर प्रसाद ये सारे दिग्गज इसी यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं और ये सभी इस समारोह में शिरकत करते नजर आ सकते हैं. 14 अक्टूबर को पटना यूनिवर्सिटी का नजार कुछ अलग ही रहेगा. इस दिन पटना का मंच एक अलग तरह के राजनीतिक दृश्य का गवाह बनेगा. इस कार्यक्रम की खास बात ये है कि इस कार्यक्रम में एंट्री लेना इतना आसान नहीं होगा. क्योंकि इस समारोह में एंट्री लेने के लिए आधार कार्ड का होना अनिवार्य है.
बताया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से ऐसी व्यवस्था सुरक्षा के लिहाज से की गई है. ऐसी उम्मीदें की जा रही है कि इस राजनीतिक दृश्य को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ सकती है. इसी वजह से लोगों की भीड़ को कंट्रोल किया जा सके इसलिए आधार कार्ड जैसी व्यवस्था को प्रशासन की ओर से अपनाया गया है. बता दें कि पटना यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी मोकाम के लिए रवाना होंगे. पीएम मोदी मोकामा टाल जाएंगे. मोकामा टाल में प्रधानमंत्री एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे और कई योजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे. बता दें कि मोकामा का टाल एरिया जिसे मोकामा-बड़हिया टाल भी कहते हैं वो दाल की पैदावार का बहुत बड़ा इलाका है.