नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने की तैयारी में हैं. अन्ना अगले साल जनवरी या फरवरी की शुरुआत में दिल्ली में मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन कर सकते हैं. अन्ना ने कहा मोदी सरकार ने लोकपाल की नियुक्ति में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, उनका मोदी से भरोसा उठ गया है. हजारे का कहना है कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाया है. धीरे-धीरे उनका पीएम मोदी के शब्दों पर से विश्वास उठता जा रहा है. उन्होंने कहा कि पीएम ने लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति में कोई रुझान नहीं दिखाया है.
अन्ना ने कहा कि देश के लोगों के साथ मोदी सरकार ने धोखा कर रही है. ऐसे में भोले नागरीक प्रधानमंत्री की बातों में किस प्रकार विश्वास करेगा. उन्होंने एक रिपोर्ट को आधार बनाते हुए कहा कि एशिया में भ्रष्ट देशों की लिस्ट में भारत सबसे ऊपर है. अब मेरा पीएम के वादों से भरोसा उठ गया है. बता दें कि इससे पहले अन्ना ने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी कि अगर देश में लोकपाल नहीं लाया गया तो वह फिर से आंदोलन करेंगे. केंद्र में बीजेपी की सरकार बने हुए तीन साल हो गए और अभी तक लोकपाल नहीं लाया गया है.
अन्ना ने लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति की मांग करते हुए पहले जंतर मंतर और बाद में रामलीला मैदान में अनशन के जरिए पूरे देश की राजनीतिक चेतना को झकझोर कर यूपीए सरकार की ताबूत में आखिरी कील ठोंक देने का काम किया था. उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपने वादे पूरे करती तो इसी साल के आखिरी या अगले साल की शुरुआत में आंदोलन करूंगा. अन्ना हजारे ने कहा कि मैं कभी ना हारा हूं और ना हारूंगा, जबतक मेरे शरीर में प्राण है लड़ता रहूंगा. दिल्ली में एक बार फिर आंदोलन करूंगा. फिर आंदोलन की रूप रेखा तय करूंगा और अगर सरकार वादे पूरे करती तो इसी साल के आखिरी या अगले साल की शुरुआत में आंदोलन करूंगा.