श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के बारामूला में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली. सुरक्षाबलों ने BSF कैंप पर हमले में शामिल जैश के ऑपरेशन कमांडर उमर खालिद को मार गिराया. बारामूला के लडूरा इलाके में सुरक्षाबलों पर आतंकियों ने फायरिंग की. करीब 3 घंटे तक चले ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने खालिद को ढेर किया. खालिद ने छिपने के लिए तीन बार ठिकाने बदले, लेकिन वो बच नहीं पाया. मारा गया आतंकी पाकिस्तानी नागरीक था. जम्मू-कश्मीर के महानिदेशक एसपी वैद ने जानकारी दी की लडूरा गांव में आतंकियों की मौजूदगी के बारे में सुरक्षाबलों को जानकारी मिली थी, इसके बाद इलाके को घेर लिया और खालिद को ढेर कर दिया.
वैद ने बताया की उमर खालिद पाकिस्तान का नागरिक था और वह दो-तीन सालों से इलाके में काफी सक्रिय था. साथ ही वह कश्मीर के युवाओं को आतंकी संगठनों के लिए नियुक्तियों के लिए काम करता था. उन्होंने बताया कि हंदवार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और उनके सात साल के बेटे पर खालिद ने हमला किया था. उसके ऊपर सात लाख का इनाम भी था.
सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों के मौजूदगी की जानकारी मिली थी. इसके बाद घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि तीन घंटे चले ऑपरेशन के बाद जैश के ऑपरेशन कमांडर उमर खालिद को मार गिराया. पुलिस की मानें तो खालिद का मारा जाना बहुत बड़ी कामयाबी थी क्योंकि वही कश्मीरी युवाओं को आतंकी संगठनों में नियुक्त करता था. अधिकारी ने बताया कि आतंकी कमांडर का शव कब्जे में लेने की कोशिश की जा रही है क्योंकि इलाके में अभी तलाशी अभियान जा रही है.
बता दें कि तीन अक्टूबर को जैश-ए-मोहम्मद ने BSF की 182वीं बटालियन पर हमला किया था. इस हमले में एक जवान शहीद और तीन जवान घायल हो गए थे. वहीं इसी हमले को अंजाम देने वाले तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था. जैश ने ये हमला श्रीनगर एयरपोर्ट के करीब स्थित बीएसएफ के 182 बटालियन कैंप पर हमला किया था. बता दें कि 17 साल पहले साल 2000 में भी एयरपोर्ट के पास हमला करने की कोशिश की गयी थी. उस वक्त विस्फोटक से भरी गाड़ी को एयरपोर्ट के अंदर ले जाने की कोशिश की गयी थी, इसमें धमाका भी हुआ था.