नई दिल्ली : प्रद्युम्न हत्याकांड में वरुण ठाकुर ने पिंटो परिवार की अंतरिम जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. वरुण ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी. वरुण ठाकुर के वकील सुशील टेकरीवाल के मुताबिक हत्याकांड की जांच अभी शुरुआती दौर में है लिहाज़ा आरोपी अपने प्रभाव से जांच प्रभावित करने में सक्षम हैं. वरुण के वकील ने कहा कि आरोपियों ने घटना स्थल के अलावा भी कई सबूत मिटाए हैं. आरोपियों की ओर से अभी भी सबूतों से छेड़छाड़ और गवाहों पर दबाव की आशंका है. लिहाज़ा इनका जेल से बाहर रहना इंसाफ की राह में बड़ा रोड़ा होगा.
बता दें कि पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने 7 अक्टूबर तक गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी. गुड़गांव के रेयान स्कूल में प्रद्युम्न की हत्या के बाद, मालिकों ने अग्रिम जमानत मांगी थी. रेयान के मालिक रेयान ऑगस्टाइन पिंटो, पिता रेयान ऑगस्टाइन फ्रांसिस पिंटो और मां ग्रेस पिंटो ने अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई थी. सीबीआई ने सुनवाई के दौरान जवाब देने के लिए दो दिन का समय मांगा था.
वहीं बॉम्बे हाईकोर्ट के निर्देश पर रेयान स्कूल के मालिको ने अपना पासपोर्ट जमा करा दिया है. कोर्ट ने कहा था कि पिंटो परिवार के विदेश भाग सकता है इसलिए उन्हें अपना पासपोर्ट जमा कराना होगा. आरोपी कंडक्टर अशोक के वकील ने कहा है कि उसने हत्या नहीं की. अशोक के वकील ने कहा है कि कंडक्टर को झूठे केस में फंसाया जा रहा है. पुलिस ने ज़बरदस्ती उससे बयान दिलवाया है.
क्या है मामला ?
हरियाणा के गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे प्रद्युमन की हत्या कर दी गई थी. प्रद्युमन की बॉडी टॉयलेट में मिली थी. इस मामले में हरियाणा पुलिस ने स्कूल बस के कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. बता दें कि 8 महीने पहले ही आरोपी अशोक स्कूल में कंडक्टर की नौकरी पर लगा था.
अशोक ने बताया कि मेरी बुद्धि खराब हो गई थी. मैं स्कूल के बच्चों के टॉयलेट में था. वहां मैं गलत काम कर रहा था. तभी वह बच्चा आ गया. उसने मुझे गलत काम करते देख लिया. सबसे पहले तो मैंने उसे धक्का दिया. फिर अंदर खींच लिया. वह शोर मचाने लग गया, इससे मैं काफी डर गया. फिर मैंने बच्चे को दो बार चाकू से मारा और उसका गला रेत दिया.