देश की सीमा पर खड़ा सैनिक सर्दी हो या गर्मी हर मौसम से लड़ते हुए बाहरी दुश्मनों से देश की रक्षा करता है. ये सैनिक ही होते हैं जिनकी वजह से हम चैन की नींद सो पाते हैं. यही वजह है कि सैनिक जब शहीद होते हैं तो उनके पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ तिरंगे में लपेटकर अंतिम विदाई दी जाती है. मगर जब देश की आन, बान और सान की लाज रखने वाले सैनिक के शव का अपमान किया जाएगा तो गुस्सा आएगा ही
Seven young men stepped out into the sunshine yesterday, to serve their motherland. India.
This is how they came home. pic.twitter.com/OEKKcyWj0p— Lt Gen H S Panag(R) (@rwac48) October 8, 2017
Shameful. This is how we treat the bodies of our soldiers. What kind of nationalists are we? https://t.co/l8VTkCt9uU
— Nidhi Razdan (@Nidhi) October 8, 2017
In “nationalist” India, soldiers who died in the line of duty are brought home like this. What a shame.
Pics via Gen @rwac48 pic.twitter.com/3JkJD4XK7e— Saikat Datta (@saikatd) October 8, 2017
जिस देश में जिंदा सैनिक के खाना मांगने पर सेना से निकाल दिया जाता है, और एक सैनिक के पिता एखलाक के हत्यारे को तिरंगे में लपेटा जाता हो। उस देश मे ऐसा ही होता है।
— किसान भाई (@AazaadBhaarat) October 8, 2017
This is very shameful, and equally disgusting. Forget about common citizen, at least our National hero’s doesn’t deserves such treatment.
— Ishtiaq Khan (@ishtiaq787) October 8, 2017