नई दिल्ली : केंद्र सरकार एक बार फिर से सीबीएसई में 10 कक्षा में बोर्ड की परीक्षाएं कराने जा रही है. केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने शुक्रवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि कक्षा 10 बोर्ड में बोर्ड परीक्षाएं फिर से शुरू की जाएगी. वर्तमान में सीबीएसई के द्वारा संचालित स्कूलों में छात्रों को 10वीं की परीक्षाओं में बोर्ड की परीक्षाएं देने या नहीं देने का विकल्प होता है. जावड़ेकर ने आगे कहा कि सीबीएसई स्कूलों में कक्षा 5 और कक्षा 8 में भी बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा, जो लोग इन परीक्षाओं को साफ करने में विफल रहते हैं. उन्हें उस क्लास को पास करने के लिए मौके दिए जाएंगे. अगर वो तब भी पास नहीं होते हैं तो उनको फेल कर दिया जाएगा.
वहीं मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्य बोर्ड और सीबीएसई को एडवाइजरी जारी करते हुआ निर्देश दिया है कि 12वीं की परीक्षा में अब मॉडरेट मार्क्स नहीं दिए जाएंगे. 12वीं कक्षा में ग्रेड्स सुधारने के लिए छात्रों को एक्सट्रा नंबर दे दिए जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा. मार्क्स मॉडरेशन की नीति को इस साल से चलन में लाया जाएगा. हालांकि छात्रों को मिलने वाले ग्रेस मार्क्स अभी भी दिए जाएंगे.
वहीं मॉडरेशन का सही से पालन हो रहा है या नहीं, इस पर निगरानी रखने के लिए एक समिति का भी गठन किया गया है. मंत्रालय ने इस फैसले को लागू करने के बाद और इस मामले में सभी राज्य बोर्ड और सीबीएसई से 31 अक्टूबर तक रिपोर्ट मांगी है. अभी सीबीएसई से संबंधित स्कूलों की 8वीं कक्षा से उपर की कक्षाओं में छात्रों को कम स्कोर या खराब प्रदर्शन के बावजूद अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाता है.