GDP का रोना रोने वालों को PM मोदी का कड़ा जवाब, पहली बार विकास दर गिरी है क्या ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीडीपी की गिरावट पर विपक्ष के साथ-साथ अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी को करारा जवाब देते पूछा है कि क्या देश में विकास दर पहली बार गिरी है.

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GDP का रोना रोने वालों को PM मोदी का कड़ा जवाब, पहली बार विकास दर गिरी है क्या ?

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  • October 4, 2017 1:40 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीडीपी की गिरावट पर विपक्ष के साथ-साथ अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी को करारा जवाब देते पूछा है कि क्या देश में विकास दर पहली बार गिरी है. दिल्ली में कंपनी सेक्रेटरी के सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पिछली सरकार में 8 बार जीडीपी की दर 5.7 परसेंट से नीचे गई थी. उन्होंने कहा कि लोगों को नहीं भूलना चाहिए कि देश ने एक तिमाही में 0.2 परसेंट की विकास दर भी देख रखी है.
 
पीएम मोदी ने कहा कि काला धन के खिलाफ सरकार ने कड़े फैसले लिए हैं और आगे भी देश ही बेहतरी के लिए बड़े कदम उठाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि देश में कुछ लोग हैं जिनको निराशा फैलाकर रात में अच्छी नींद आती है. इन लोगों ने चीन के साथ डोकलाम विवाद पर भी हताशा फैलाने की कोशिश की. जब एक तिमाही में विकास दर कम हुई तो इन हताश लोगों को खुराक मिल गया. मोदी ने कहा कि उन्होंने कभी अर्थशास्त्री होने का दावा नहीं किया है.
 
 
कंपनी सेक्रटरीज के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि ईमानदारी की मुख्यधारा में आने वाले लोगों का स्वागत है. पीएम मोदी ने कहा कि ईमानदारों के हितों की रक्षा होगी. कुछ लोग देश-हित साध रहे हैं या किसी और का हित. आज विदेशी निवेशक भारत में रेकॉर्ड निवेश कर रहे हैं. मैंने कभी भी अर्थशास्त्री होने का दावा नहीं किया. लोग अपनी भावनाओं से विकास को देख रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हम लकीर के फकीर नहीं हैं, न ही हम दावा करते हैं कि सारा ज्ञान हमारे पास ही है. जून महीने के बाद अगर पैसेंजर गाड़ियों की ब्रिकी में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है तो इसे आप क्या कहेंगे?
 
पीएम मोदी ने कहा कि कंपनी सेक्रटरीज के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि हाल के महीनों में ट्रैक्टरों की ब्रिकी में 34 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है. पिछली सरकार के आखिरी तीन सालों में काम की रफ्तार और हमारी सरकार के तीन सालों में काम की रफ्तार का फर्क आपको साफ नजर आएगा. हमने affordable Housing के क्षेत्र में ऐसे-ऐसे नीतिगत निर्णय लिए हैं, वित्तीय सुधार किए हैं, जो इस क्षेत्र के लिए अभूतपूर्व हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकार ने अपने आखिरी के तीन सालों में Renewable Energy पर 4 हजार करोड़ रुपए खर्च किए थे. हमारी सरकार ने अपने तीन साल में इस सेक्टर पर 10 हजार 600 करोड़ रुपए से भी अधिक खर्च किए हैं.
 
 
पीएम मोदी ने कहा कि यह बात सही है कि पिछले तीन वर्षों में 7.5 प्रतिशत की औसत ग्रोथ हासिल करने के बाद इस वर्ष अप्रैल-जून की तिमाही में GDP ग्रोथ में कमी दर्ज की गई, लेकिन यह बात भी उतनी ही सही है कि सरकार इस ट्रेंड को रिवर्स करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. हमने लगभग दोगुनी गति से नई रेल लाइनें बिछाई हैं. पीएम मोदी ने आगे कहा कि हम गरीबों को घर देने के वादे पर काम कर रहे हैं.

 
कंपनी सेक्रटरीज के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में 21 सेक्टरों से जुड़े 87 छोटे-बड़े रिफॉर्म किए गए हैं. डिफेंस सेक्टर, कंस्ट्रक्शन सेक्टर, फाइनैंशल सर्विसेज, फूड प्रोसेसिंग जैसे कितने ही सेक्टरों में निवेश के नियमों में बड़े बदलाव हुए हैं. देश के आर्थिक क्षेत्र को खोलने के बाद से लेकर अब तक जितना विदेशी निवेश भारत में हुआ है, उसकी तुलना अगर पिछले तीन वर्षों में हुए निवेश से करें, तो आपको पता चलेगा कि हमारी सरकार जो रिफॉर्म कर रही है, उसका नतीजा क्या मिल रहा है.
 
पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी में जो भी बदलाव और सुधार करना होगा, सरकार करेगी. मेहनत से कमाए गए आपके एक-एक पैसे की कीमत यह सरकार समझती है इसलिए सरकार की नीतियों और योजनाओं में इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि वो गरीबों और मध्यम वर्ग की जिंदगी तो आसान बनाएं ही, उनके पैसों की भी बचत कराएं. सरकार ने मध्यम वर्ग को घर बनाने के लिए ब्याज में राहत देने का फैसला किया है. रेवड़ी बांटने के बजाए देश को मजबूत बनाने का कोई और रास्ता नहीं होता क्या?

 

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