राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, आज करेंगे बापू की जन्मस्थली का दौरा

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सुबह यहां स्थित राजघाट में महात्मा गांधी की समाधि पर पहुंचे और उनको पुष्पांजलि दी. इसके बाद राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की समाधिस्थल विजय घाट पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी.

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राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, आज करेंगे बापू की जन्मस्थली का दौरा

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  • October 2, 2017 3:54 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली : आज राष्ट्रपति महात्मा गांधी की 148वीं जयंती मनाई जा रही है. इस मौके पर देश और दुनिया में कई जगह विभिन्न कार्यक्रम हो रहे हैं. गांधी जंयती के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि दी. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने भी राजघाट जाकर बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सुबह यहां स्थित राजघाट में महात्मा गांधी की समाधि पर पहुंचे और उनको पुष्पांजलि दी. इसके बाद राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की समाधिस्थल विजय घाट पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी जयंती महात्मा गांधी के आदर्शों व मूल्यों के प्रति समर्पण का एक अवसर है.
 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर गुजरात के पोरबंदर स्थित उनके जन्मस्थल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और इस स्थान को खुले में शौच से मुक्त स्थान का दर्जा देंगे. कोविंद अपनी यात्रा की शुरुआत पोरबंदर के कीर्ति मंदिर स्थित गांधी जी के जन्मस्थान जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. बाद में वह कीर्ति मंदिर को खुले में शौच से मुक्त स्थान का दर्जा देने की घोषणा करेंगे. वह गुजरात सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कीर्ति मंदिर को यह दर्जा देंगे. राष्ट्रपति कई योजनाओं उद्घाटन करेंगे तथा योजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति के साथ गुजरात राज्यपाल ओपी कोहली और मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी उपस्थित रहेंगे. गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी जयंती महात्मा गांधी के आदर्शों व मूल्यों के प्रति समर्पण का एक अवसर है. महात्मा गांधी का मानना था कि ‘स्वच्छता ईश्वर की पूजा की तरह है. उन्होंने कहा, सफाई सिर्फ सरकारी विभागों व सफाई कर्मियों की जिम्मेदारी नहीं है. भारत आज स्वच्छता ही सेवा अभियान के जरिए स्वच्छता की एक निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है. 

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