नई दिल्ली: क्या हम महाविनाश की आहट सुन पा रहे है. ये सवाल अब पूरी दुनिया के सामने बड़ा होता जा रहा है. अगर हम अपने कान पूरी तरह खुले रखे तो महाविनाश की इस आहट को सुनने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. साल 2013 में केदारनाथ में आई तबाही का हिन्दुस्तान गवाह है लेकिन वर्तमान में जो हालात बन रहे है वो भविष्य के लिए बड़े खतरे की घंटी बजा रहे है.
साल 2050 तक हिमालय से ग्लेशियर के गायब हो जाने का खतरा हर दिन बढता जा रहा है. ग्लेशियर का गलना यानि हिमालय से निकलने वाली तमाम नदियों के जलस्तर का बढना और अगर ऐसा हुआ तो कृत्रिम झीलें बनेगी और अगर ऐसा हुआ तो 2013 में आई केदारनाथ जैसी आपदा का खतरा और बड़ा हो जाएगा.
(वीडियो में देखें पूरा शो)