शिमला: हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी को ए-ग्रेड यूनिवर्सिटी का मिला है लेकिन यूनिवर्सिटी के अंदर और बाहर की हालात देखकर परेशान हो जाएंगे. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने जब हॉस्टल का निरीक्षण किया तो वो भी हैरान रह गए और वीसी से लेकर कई अफसरों को खूब लताड़ा और कड़े निर्देश भी दिए.
आचार्य देवव्रत ने कहा कि इसको रात को इसी कमरे में रखो, इसको यहीं सुलाओ..सारी रात यहीं रखो. इसमें बच्चे सोते हैं. इनको दिखाओ… क्या हाल होता है बच्चों का ? यहां कैसे जिएंगे बच्चे ? खुद अपने घरों में मौज लेते हो. तनख्वाह ये ऐसे मांगते हैं. ये हाल देखो बच्चों का कैसे रहते हैं यहां हॉस्टल में. इनको जो दंड हो सकता है. बड़े से बड़ा दंड दो, ये आपकी ड्यूटी है. तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए.
निरीक्षण के दौरान राज्यपाल ने देखा कि ना तो छात्रावास के दरवाजें सलामत हैं और न ही छात्रों को मुलभूत सुविधाएं दी गई है. चारों तरफ बदबू से बुरा हाल है. चारों तरफ फैला कूड़ा यहां के हालात बयां कर रहा था. जब राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने संबंधित अधिकारी से पूछा कि तो अधिकारी ने मैंटेनस के लिए एस्टीमेट बनाने की बात कह दी. उन्होंने अधिकारी को लताड़ लगाई कि एस्टीमेट देने से व्यवस्थाएं नहीं बनती हैं. उन्हें स्वयं इसे गंभीरता से लेना चाहिए. विद्यार्थियों द्वारा बार-बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है.
इस पर राज्यपाल और भड़क गए और उन्होंने उसे जमकर लताड़ लगाई. छात्रावास में रह रहे छात्रों से फीस तो पूरी वसूली जाती है पर सुविधाओं के नाम पर उन्हें ठेंगा दिखाया जाता है. राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों की शिकायत के बाद ही उन्होंने छात्रावास का निरीक्षण करने का फैसला लिया. छात्रावासों की स्थिति देख कर उन्हें काफी दुख हुआ है. वे 6 अक्तूबर को फिर से निरीक्षण पर आ सकते हैं. उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए यहां सुधार करने को कहा है.