नई दिल्ली : इस साल मई में दिल्ली मेट्रो ने किराए में बढ़ोतरी की थी जिसके बाद कहा गया था कि अक्टूबर में फिर से किराया बढ़ेगा, 10 अक्टूबर से एक बार फिर यात्रियों को सफर करने के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी. मेट्रो किराया बढ़ोतरी पर डीएमआरसी ने सफाई देते हुए कहा कि मेट्रो लागत को पूरे करने और यात्रियों को वर्ल्ड क्लास सर्विस उपलब्ध कराने के लिए जरूरी है.
डीएमआरसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि 2009 से किराया नहीं बढ़ाया गया था, उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि मेट्रो को चलाने की लागत में 105 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. खर्चों के बारे में बताते हुए डीएमआरसी ने कहा कि एनर्जी में 105 प्रतिशत, स्टाफ कॉस्ट में 139 प्रतिशत और रिपेयर से जुडे़ कामों में 213 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. प्रेस रिलीज में कहा गया है कि जापान इंटरनैशनल कॉर्पोरेशन बैंक से लोन लिया गया है और अब भी 26 हजार करोड़ का लोन बकाया है.
मेट्रो को हो रहा घाटा
डीएमआरसी का कहना है कि मेट्रो का संचालन ठीक से होने का बावजूद भी 378 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है, ऑपरेटिंग कॉस्ट को कम करने की तमाम कोशिश की जा रही है, इसके अलावा गौर करने वाली बात यहां ये है कि अन्य मेट्रो की तुलना में दिल्ली मेट्रो का किराया कम है.
किराया बढ़ोतरी पर केजरीवाल ने केंद्र सरकार को लिखा पत्र
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इस बात की गुहार लगाई है कि किराए को बढ़ाए जाने के फैसले की समीक्षा की जाए. 10 अक्टूबर से किराए में अधिकतम 10 रुपए बढ़ाने जाने की संभावना है.
क्या होगा नया रेट स्लैब
किलोमीटर अभी अक्तूबर से
0-2 10 10
2-5 15 20
5-12 20 30
12-21 30 40
21-32 40 50
32 से ज्यादा 50 60