पटना: बिहार के चर्चित सृजन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई पर आरजेडी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह ने कहा कि है कि सीबीआई घोटाले में छोटी मछलियों पर शिकंजा कस रही है जबकि उन नेताओं के खिलाफ अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है जो इस स्कैम से सीधे जुड़े हुए हैं और वे सत्ता में शीर्ष पदों पर बैठे हैं. सीबीआई इन लोगों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही है.
शक्ति ने कहा है कि इस घोटाले में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील कुमार की भागीदारी है. इसलिए सृजन घोटाले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच संभव नहीं है. शक्ति सिंह आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार को घोटाले के बारे में पहले से जानकारी थी इसके बावजूद इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए. बल्कि सरकार ने राज्य के राजकोष को लूटने की इजाजत दे दी थी.
शक्ति सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव पर और उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच में जोर दिया गया लेकिन भाजपा शासित राज्यों में बीजेपी नेताओं के खिलाफ मामलों की जांच धीमी गति से चल रही है.
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार अपने और सहयोगी पार्टियों के नेताओं को बचाने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है तो ये देश की प्रमुख जांच एजेंसी के चेहरे पर एक धब्बा होगा. बता दें कि सृजन घोटाले में आरजेडी शुरू से ही सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी के खिलाफ केस रजिस्टर्ड करने की मांग शुरू से कर रही है.
नीतीश को देना होगा एक-एक पैसे का हिसाब
रैली में लालू ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार सत्ता के लोभी हैं. अगर मीडिया में सृजन घोटाले की खबर न चलाई गई होती तो ये मामला जनता के सामने नहीं आता. लालू ने कहा कि सरकारी पैसे के एक-एक रुपये का हिसाब नीतीश कुमार को देना होगा. हम किसी भी हाल में डरने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि राजद की रैली को रोकने के लिए सीबीआई का प्रयोग किया गया.