नई दिल्ली. साध्वी यौन शोषण केस में 20 साल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह तो जेल के अंदर खेती-बारी में जोत दिए गए हैं लेकिन अब सरकार उनको लाखों-करोड़ों का चंदा देने वाले भक्तों के बैंक खातों को खंगाल रही है. ED के नाम से मशहूर प्रवर्तन निदेशालय गैर-कानूनी विदेशी लेन-देन की जांच करता है जिसमें हवाला या बोगस कंपनियों के जरिए रुपए इधर-उधर करने का खेल होता है. इस ईडी ने अब राम रहीम के हजारों करोड़ की प्रॉपर्टी की कुंडली खंगालने का काम शुरू कर दिया है. ईडी ने शुरुआती जांच का मामला दर्ज कर लिया है जो जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे राम रहीम की गलत तरीके से मदद करने वालों के लिए परेशानियां खड़ी करेगा.
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक शुरुआती जांच से जुटाए गए तथ्यों के आधार पर पूछताछ के लिए बहुत जल्द डेरा सच्चा सौदा के सीए, ऑडिटर और सीएफओ को बुलाया जाएगा. ईडी के जांच का फोकस इस बात पर होगा कि कहीं डेरा के जरिए काला धन को सफेद तो नहीं किया जा रहा था. इसलिए दान देने वालों के खातों की भी जांच हो रही है.
राम रहीम ने करोड़ों रुपए के बजट पर जो फिल्में बनाई, उनके आय-व्यय की भी जांच हो रही है. विदेशी चंदा जांच के एजेंडे में सबसे ऊपर है जहां से हवाला का खेल होता है. राम रहीम की संपत्ति के अलावा ईडी की जांच के दायरे में राम रहीम की ‘बेटी’ हनीप्रीत की आर्थिक हैसियत, राम रहीम और दूसरे लोगों से हनीप्रीत को मिले महंगे गिफ्ट भी है.
धार्मिक संस्था के तौर पर मिली छूट का क्या डेरा सच्चा सौदा ने गलत फायदा उठाया, इसकी भी जांच हो रही है. डेरा सच्चा सौदा के पास हरियाणा के अलावा दिल्ली और दूसरे शहरों में कई प्रॉपर्टी हैं. ईडी की नजऱ सारी जायदाद पर है और सबका हिसाब वो देखेगा. जांच का दायरा मनी लाउंड्रिंग और फेमा कानून के दायरे में है.