नई दिल्ली: यूं तो दिल्ली के लाल किले में तीन अलग अलग रामलीलाएं होती हैं और जिसमें से किसी एक में देश के प्रधानमंत्री भी रावण दहन के दिन जाते रहे हैं. इन्ही में से एक होती है लवकुश रामलीला. इस रामलीला कमेटी के रावण दहन कार्यक्रम में इस बार यानी 30 सितम्बर को कुछ खास होगा, पहली बार एक ही मंच पर अमित शाह और अरविंद केजरीवाल दोनों एक साथ होंगे. इतना ही नहीं इन दोनों की मौजूदगी में कोई तीसरा रावण दहन करेगा और वो काम होगा मशहूर फिल्म अभिनेता जॉन अब्राहम के हाथों होगा.
लवकुश रामलीला कमेटी के आयोजकों के मुताबिक, अमित शाह और अरविंद केजरीवाल दोनों को रामलीला की रावण दहन लीला के लिए दशहरे पर बुलाया गया है और दोनों ने ही हामी भर दी है. ऐसे में ये सवाल उठना स्वभाविक था कि जब दोनों आएंगे तो रावण दहन के लिए तीर कौन चलाएगा. इसके लिए आयोजकों ने बीच का रास्ता निकाला है और मुंबई से अभिनेता जॉन अब्राहम को भी बतौर मुख्य अतिथि बुलाया है. आयोजकों के मुताबिक दोनों दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में जॉन अब्राहम रावण पुतला दहन के लिए तीर चलाएंगे.
दिल्ली में सबसे ज्यादा चर्चा में अगर कोई रामलीला कमेटी रहती है तो वो है लवकुश रामलीला का आयोजन. दरअसल इसकी एक बड़ी वजह ये है कि बॉलीवुड और टीवी के अभिनेता ही नहीं, इस रामलीला में कई बड़े किरदार दिल्ली के स्थानीय नेताओं से भी अदा करवाए जाते हैं. इस बार भी अंगद का किरदार दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने किया था, तो केवट की भूमिका में बीजेपी नेता विजय सांपला नजर आए तो जाने माने पहलवान जगदीश कालीरमन ने हनुमान का रोल किया है. दिलचस्प बात है कि रावण का किरदार इस रामलीला में बॉलीवुड के मशहूर विलेन मुकेश रिषि कर रहे हैं, कौशल्या का किरदार फेम शीबा ने किया, भोजपुरी एक्ट्रेस शुभि शर्मा सीता के रोल में है.
अब इतना तो तय है कि चूंकि अमित शाह इस रामलीला में हैं तो पीएम इस रामलीला में ना आएं लेकिन जैसा कि आयोजकों ने दावा किया है कि अमित शाह और केजरीवाल दोनों आने वाले हैं, लोगों को दोनों को पहली बार एक साथ एक ही मंच पर देखने का इंतजार रहेगा. हालांकि जॉन के हाथों से रावण दहन का कार्य़क्रम पहले से तय करके अपनी तरफ से आयोजन समिति ने इतने इंतजाम तो कर ही दिए हैं कि दोनों नेताओं में से किसी को बुरा ना लगे.