मुंबईः शुक्रवार का दिन मायानगरी मुंबई के लिए बेहद खराब साबित हुआ. एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को हुई भगदड़ में अभी तक 22 लोगों की मौत की खबर है. फुट ओवर ब्रिज पर मची इस भगदड़ में 25 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. पुलिस के साथ-साथ बचाव टीमें मौके पर लोगों की मदद कर रही हैं. हाल के वर्षों में भगदड़ की वजह से कई हादसे हुए हैं. आपको बताते हैं कि देश में कब-कब भगदड़ लोगों के लिए काल साबित हुईं हैं:
– 15 अक्टूबर, 2016: काशी नगरी वाराणसी के राजघाट पुल पर भगदड़ मचने की वजह से एक बड़ा हादसा हुआ था. इस भगदड़ में 25 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
– 3 अक्टूबर, 2014: पटना के गांधी मैदान में दशहरे पर रावण दहन के दौरान मची भगदड़ में 33 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. हादसे के वक्त गांधी मैदान में करीब 5 लोख मौजूद थे.
– 10 फरवरी, 2013: संगम नगरी इलाहाबाद में कुंभ मेले के दौरान रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ से शासन-प्रसासन के हाथ-पांव फूल गए थे. इस हादसे में 36 लोगों की जान चली गई थी. वहीं 39 लोग घायल हो गए थे.
– 13 अक्टूबर, 2013: मध्यप्रदेश के दतिया में रत्नगढ़ मंदिर के पास भगदड़ में करीब 89 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में दर्जनों लोग घायल भी हुए थे.
– 19 नवंबर, 2012: बिहार की राजधानी पटना में छठ पूजा के दौरान मची भगदड़ में 17 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में 9 बच्चे और 3 महिलाएं भी शामिल थीं. इस हादसे में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
– 14 जनवरी, 2011: केरल के सबरीमाला मंदिर में मची भगदड़ से 106 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. भगदड़ में कई लोग घायल हुए थे.
– 4 मार्च, 2010: यूपी के प्रतापगढ़ के मनगढ़ धाम में भी भगदड़ की वजह से 63 लोगों की मौत हो गई थी.
– 30 सितंबर, 2008: जोधपुर के चामुंडा देवी मंदिर में भगदड़ से 120 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हुए थे.
– 3 अगस्त, 2006: भगदड़ की घटनाओं से हिमाचल प्रदेश भी अछूता नहीं रहा है. सूबे के नैना देवी मंदिर में मची भगदड़ में 160 श्रद्धालु मारे गए थे.
– 27 अगस्त, 2003: नासिक के कुंभ मेले में भगदड़ से 40 लोगों की जान चली गई थी.