नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ का सबसे बड़ा आयोजन शुरू हो गया है, समापन विजयदशमी के दिन नागपुर में होगा. इस बार ये इसलिए भी खास है कि संघ प्रमुख ने इस बार अनोखी पहल की है. हिंदुत्व पर जोर देने वाले इस संगठन विजयदशमी आयोजन सप्ताह में हुए एक कार्यक्रम में नागपुर के संघ मुख्यालय में 25 सितम्बर को शहर के एक मुस्लिम डॉक्टर को बतौर चीफ गेस्ट बुलाया था और 30 सितम्बर को समापन समारोह में एक बड़े दलित संत को बुलाया गया है.
दरअसल विजयदशमी के दिन 1925 में डा. हेडगेवार ने नागपुर में कुछ बच्चों के साथ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना की थी. आज वो विशाल बटवृक्ष बन चुका है, प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक इसी संगठन से जुड़े रह चुके हैं. फिर भी संघ के लिए आज भी सबसे बड़ा आयोजन दशहरा यानी विजयदशमी ही होता है.
दशहरे के दिन संघ प्रमुख का सुबह सुबह देश के नाम सम्बोधन होता है, जिसे अलग अलग माध्यमों के जरिए वो देश भर में अपने कार्य़कर्ताओं और आम जनता तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं. इतना ही नहीं देश के हर जिले-कस्बे में संघ कार्य़कर्ता इस दिन शस्त्र पूजा करते हैं और इस सप्ताह में किसी दिन प्रभात फेरी या जुलूस भी निकालते हैं, वो भी फुल ड्रेस में यानी संघ की यूनीफॉर्म में.
लेकिन इस बार संघ प्रमुख ने इसी सप्ताह 25 सितम्बर को नागपुर मुख्यालय में हुए बाल स्वंयसेवकों के कार्य़क्रम में शहर के एक मुस्लिम डॉक्टर को बुलाकर सबको चौंका दिया. डॉक्टर का नाम है मुनव्वर युसुफ, जो शहर के बड़े होम्योपैथ डॉक्टर हैं, और इससे पहले कभी संघ से जुड़े नहीं रहे. उस दिन शस्त्र पूजा का भी कार्य़क्रम था.
हालांकि संघ ने डॉक्टर के बारे में जानकारी तो दी, लेकिन इस कार्य़क्रम की कोई मीडिया कवरेज नहीं हुई, यानी संघ ने ये जाहिर किया कि वो इस बात को कोई हाइप देना नहीं चाहता कि संघ मुस्लिमों को जोड़ रहा है. ये अलग बात है कि संघ के सीनियर अधिकारी इंद्रेश कुमार की अगुवाई में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ये कार्यक्रम अरसे से चला रहा है.
उसके बाद जब विजयदशमी के दिन संघ प्रमुख के नागपुर के रेशिमाबाग के स्मृति मंदिर परिसर में सम्बोधन का इनवाइट मीडिया को मिला तो पता चला मुख्य अतिथि के तौर पर बाबा निर्मलदास जी होंगे. बाबा गुरु रविदास साधु संत सोसायटी के प्रमुख हैं, जिसका मुख्यालय जालंधर में है. संत रविदास बहुत बड़े संत हैं और पंजाब ही नहीं देश के कई राज्यों में रविदासी सम्प्रदाय के करोड़ों मानने वाले हैं, जिनमें से ज्यादातर दलित हैं. संघ अरसे से दलितों को लेकर समरसता कार्यक्रम अपनी हर शाखा के जरिए मनाता आ रहा है.
चूंकि देश में और देश के कई राज्यों में इस वक्त संघ कार्यकर्ताओं की सरकारें हैं और अक्सर दलित उत्पीड़न की खबरें आने के बाद उनको निशाने पर लिया जाता रहा है तो ऐसे में ये माना जा रहा है कि बाबा निर्मलदास जी को संघ के सबसे कार्य़क्रम में बतौर मुख्य अतिथि बुलाकर सम्मान देने से दलितों के बीच संघ को लेकर बड़ा मैसेज जाएगा. ये कार्य़क्रम 30 सितम्बर को सुबह सात बजे से शुरू होगा और संघ प्रमुख मोहन भागवत का सम्बोधन सुबह 7.40 बजे से होगा.