नई दिल्लीः मोदी सरकार ने जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर आज देश की जनता को ‘सौभाग्य’ यानी ‘सहज बिजली हर घर योजना’ की सौगात दी. इस योजना के तहत देश के ग्रामीण इलाकों के 4 करोड़ परिवारों को 2019 तक 24 घंटे बिजली मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है.
इस योजना के लिए कुल 16,320 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है. ग्रामीण घरों तक बिजली पहुंचाने पर 14,025 करोड़ रुपये खर्च होंगे जबकि शहरी इलाकों के घरों तक बिजली पहुंचाने पर 2295 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
इस योजना के लिए 60 फीसदी रकम केंद्र सरकार देगी. 10 फीसदी रकम राज्य सरकार को खर्च करनी होगी जबकि 30 फीसदी रकम बैंक से लोन ली जाएगी. हर घर तक बिजली पहुंचाने के लक्ष्य को 31 मार्च, 2019 तक पूरा कर लिया जाएगा.
दरअसल 2019 में ही आम चुनाव होने हैं. ऐसे में मोदी सरकार चाहती है कि वह अपने इस वादे के साथ चुनावी रण में उतरे ताकि पार्टी को इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके. जिन दुर्गम इलाकों में बिजली नहीं पहुंच पाएगी, वहां के निवासियों को 200 से 300 वीपी सोलर पावर पैक दिए जाएंगे.
इस पैक में 5 एलईडी बल्ब, एक डीसी फैन, एक दस पॉवर प्लग होंगे. बिजली के मुफ्त कनेक्शन के लिए जरूरतमंद लोगों की पहचान 2011 की जनगणना के आधार पर की जाएगी. इसका सर्वे मोबाइल एप के जरिए किया जाएगा.
जिनका नाम इस सूची में नहीं होगा, उन्हें 500 रुपये में यह फायदे दिए जाएंगे. इस 500 रुपये की वसूली बिजली के बिल में जोड़कर 10 किश्तों में ली जाएगी.