नई दिल्ली: दुनिया की सबसे ज्यादा भारी वजन वाली महिला इमान अहमद का आज देहांत हो गया. उन्होंने सोमवार को दुबई के अस्पताल में आखिरी सांस ली. इमान भारत में जनवरी के महीने में उस वक्त सुर्खियों में आई जब वो वजन घटाने के लिए सर्जरी कराने मुंबई आईं थीं. पिछले हफ्ते ही इमान ने अपना 37वां जन्मदिन मनाया था. आइए आपको इमान अहमद के बारे में दस बड़ी बाते बतातें हैं.
1. इमान का जब जन्म हुआ तब वो पांच किलो की थीं. 11 साल की उम्र से उनका वजन बढ़ना शुरू हुआ. थाईराईड बीमारी की वजह से उनका शरीर लगातार भारी होता गया और अपने बढ़ते मोटापे की वजह से पांचवी क्लास में ही उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा. उनका शरीर धीरे-धीरे इतना भारी हो गया कि वो चलने की बजाय सरकना शुरू कर दिया.
2. साल 2014 में जब उनका वजन 300 किलो हो गया तो हाई कॉलेस्ट्रोल की वजह से उन्हें पैरालाइसिस हो गया जिसकी वजह से ना तो बोल सकती थीं और ना ही हिल सकती थीं.
3. साल 2016 में उनका वजन 500 किलो हो गया साथ ही हाईपरटेंशन, हाईपोथाइरोडिज्म और टाइप-2 डायबिटीज हो गई जिससे उन्हें फेंफड़ो की बीमारी हो गई.
4. इजिप्ट और ग्रीस के डॉक्टरों से भी जब बात नहीं बनी तो अहमद की बहन शाइमा ने भारतीय लैप्रोस्कोपी सर्जन डॉ. मुफज्जल लकड़ावाला से अपनी बहन का इलाज कराने के लिए ऑनलाइन कैंपेन चलाया.
5. इजिप्ट के कारिगरों द्वारा खास तैयार किए गए बैड पर अहमद को एयरबस के जरिए मुंबई लाया गया. यहां से उन्हें एक खास ट्रक के जरिए सैफी अस्पताल लाया गया.
6. सैफी हॉस्पिटल में अहमद को अस्पताल के पहले फ्लोर पर एक खास तरह के वॉर्ड में रखा गया जिसे पहले ऑफिस की तरह इस्तेमाल किया जाता था.
7. सर्जरी होने से पहले अहमद के पूरे मेडिकल टेस्ट हुए जिनमें रूटीन बॉडी चेकअप भी शामिल था. डॉक्टरों ने 91 तरह के अलग-अलग टेस्ट भी किए. सर्जरी से पहले अहमद को 100 पाउंड वजन कम करना था.
8. सर्जरी के बाद इमान की बहन शाइमा ने आरोप लगाया कि सैफी अस्पताल के डॉक्टर वजन कम होने को लेकर झूठ बोल रहे हैं. शाइमा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया जिसमें कहा गया कि इमान को एक के बाद एक तीन स्ट्रोक आए हैं. हालांकि डॉक्टरों ने शाइमा के दावों को खारिज करते हुए कहा कि इमान का इलाज बिलकुल ठीक चल रहा था लेकिन उनके मना करने के बावजूद शाइमा ने इनाम को पानी पीने दिया.
9. शाइमा के अनुरोध पर अबु धाबी के वीपीएस हेल्थकेयर ने इमान के इलाज के लिए हामी भरी. मई में अस्पताल की एक टीम एयरलिफ्ट कर इमान को लेकर आई.
10. मई के आखिर में खबर आई कि इमान दुबई के बुजरील अस्पताल में बेहतर रिकवर कर रही हैं. अस्पाल के 20 डॉक्टरों की टीम ने उनकी रिकवरी के लिए प्लानिंग की थी. डॉक्टरों के मुताबिक 25 सालों में पहली बार इमान अपना हाथ उठा पा रही थीं.