बनारस: BHU में शनिवार रात हुए बवाल के बाद आज फिर हंगामा हो गया. धरने पर बैठे छात्र छात्राओं को पुलिस ने खदेड़ दिया. छात्रों का दल शांति मार्च निकाल रहा था. हॉस्टल रोड पर पुलिस ने इन्हें रोक दिया. वहां ये धरने पर बैठे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इससे पहले छात्रा से छेड़खानी को लेकर शुरू हए आंदोलन में बवाल हो गया. हंगामे के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
वहीं BHU गेट पर प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे कांग्रेस नेता राज बब्बर, पीएल पुनिया और अजय राय को पुलिस ने हिरासत में लिया है. BHU हिंसा मामले पर मामले पर वीसी गिरीशचंद्र त्रिपाठी ने अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि BHU को बदनाम करने की कोशिश की गई है. महामना की प्रतिमा पर कालिख पोतने वाले छात्र नहीं हो सकते. ये काम किसी असामाजिक तत्वों का काम है.
इस पूरे मामले पर यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं….
- सवाल ये है कि बिना महिला पुलिसकर्मियों के छात्राओं पर लाठीचार्ज क्यों किया गया ?
- प्रदर्शन के दौरान महिला पुलिस क्यों मौजूद नहीं थी ?
- बिना इजाजत बाहरी लोग यूनिवर्सिटी कैंपस में कैसे आए ?
- BHU कैंपस में कर्फ्यू जैसे हालात क्यों बने ?
- BHU को किसने बदनाम किया ?
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दिए ऐसी साजिश किसने की ?
- छात्राओं के धरने को लेकर सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं थे ?
बता दें कि शनिवार रात लाठीचार्ज के बाद छात्रों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया. उग्र हुए छात्रों ने परिसर में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. परिसर में हिंसा को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई. हालात पर काबू पाने के लिए 25 थानों की पुलिस बुलानी पड़ी. पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग भी की.
पुलिस ने हंगामे पर काबू पाने के लिए करीब 40 राउंड हवाई फायरिंग की. पेट्रोल बम और पथराव में कई पुलिस वाले भी घायल हो गए. सबसे ज्यादा पथराव हॉस्टल रोड और मेन गेट की तरफ हुआ. घायल पांच छात्र-छात्राओं में एक छात्रा की हालत गंभीर बतायी जा रही है. पुलिस ने रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. रात करीब एक बजे लंका गेट पर जमकर हंगामा हुआ.