बनारस: काशी हिंदू यूनिवर्सिटी में मचे बवाल के बाद महिला महाविद्यालय के हॉस्टल को खाली कराया जा रहा है. यूनिवर्सिटी ने आज शाम पांच बजे तक की मोहलत दी थी. यूनिवर्सिटी प्रशासन के आदेश के बाद, लड़कियां खुद से हॉस्टल खाली करने लगी हैं. बैग लेकर लड़कियां अपने घरों को जाती दिखीं.
BHU प्रशासन ने कहा था कि हॉस्टल खाली नहीं करने पर पानी-बिजली का कनेक्शन काट दिया जाएगा. जिसके बाद हॉस्टल खाली होने लगा. दरअसल यूनिवर्सिटी परिसर के छात्राओं के उग्र प्रदर्शन और तोड़फोड़ को देखते हुए बीएचयू प्रशासन ने महिला महाविद्यालय छात्रावास, बिड़ला छात्रावास, मोनादेवी, राजाराम, लालबहादुर शास्त्री, नरेंद्र देव सहित कई छात्रावासों को खाली कराने के निर्देश दिए हैं.
यूनिवर्सिटी की हालात को देखते हुए कुलपति ने तत्काल प्रभाव से यूनिवर्सिटी को दो अक्टूबर तक बंद रखने का ऐलान किया है. घटना की जांच के लिए समिति का गठन भी किया गया है. फिलहाल हालात पर नियंत्रण है. बीएचयू के कुलपति प्रो.जीसी त्रिपाठी ने मीडिया के सामने आने के बाद कहा कि छात्रों को यूनिवर्सिटी से शुरुआत में शिकायत थी लेकिन अब वो बात नहीं है. कुछ असमाजिक तत्व विश्वविद्यालय को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं.
वीसी ने कहा कि यूनिवर्सिटी और छात्राओं की सुरक्षा से हम भी सहमत हैं. इसके लिए प्रशासन प्रयास कर रहा है. यूनिवर्सिटी में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. छात्राओं के आंदोलन पर उन्होंने कहा कि बहार के लोग आकर यूनिवर्सिटी का महौल खराब कर रहे हैं और इस आंदोलन को हवा दे रहे हैं.
बता दें कि शनिवार रात लाठीचार्ज के बाद छात्रों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया. उग्र हुए छात्रों ने परिसर में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. परिसर में हिंसा को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई. हालात पर काबू पाने के लिए 25 थानों की पुलिस बुलानी पड़ी. पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग भी की.
पुलिस ने हंगामे पर काबू पाने के लिए करीब 40 राउंड हवाई फायरिंग की. पेट्रोल बम और पथराव में कई पुलिस वाले भी घायल हो गए. सबसे ज्यादा पथराव हॉस्टल रोड और मेन गेट की तरफ हुआ. घायल पांच छात्र-छात्राओं में एक छात्रा की हालत गंभीर बतायी जा रही है. पुलिस ने रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. रात करीब एक बजे लंका गेट पर जमकर हंगामा हुआ.