बनारस. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में छेड़खानी के विरोध में छात्राओं के प्रदर्शन पर बीएचयू के कुलपति गिरिश चंद्र त्रिपाठी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. रविवार को कुलपति प्रोफेसर गिरिश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि हमें पता चला है कि बड़ी मात्रा में बाहर से आए लोग इस आंदोलन को हवा देने की कोशिश कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि हमें सूचना मिली है कि कुछ असामाजिक तत्व विश्वविद्यालय के माहौल को खराब करने की साजिश रच रहे हैं. बता दें कि शनिवार को छात्राओँ का विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था. शनिवार की रात को पुलिस ने छात्राओं पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई के घायल होने की खबर है.
कुलपति ने कहा कि हमारे एक स्टूडेंट के साथ दुर्भाग्य पूर्ण घटना घटी, उसके बाद हमने ये फैसला लिया कि हमें सुरक्षा के लिहाज से सख्त होना है और हमने ऐसा किया भी.
समचार एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कैंपस में छात्राओं की सीसीटीवी को लेकर शिकायत थी. यही वजह है कि उनकी सुरक्षा को देखते हुए लगातार प्रयास भी किये जा रहे हैं. साथ ही जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि स्टूडेंट ने शुरू में ही विश्वविद्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी, मगर अब वो मामला नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि कुछ छात्राओं ने कहा कि यूनिवर्सिटी को सुरक्षा के लिहाज के संवेदनशीलता दिखानी होगी.
बता दें कि शनिवार रात 1 बजे तक पुलिस और छात्राओं के बीच झड़प चलती रही. हालात इतने बिगड़ गये कि प्रशासन को अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी. छात्राएं कुलपति से जवाब चाहती थीं, इसी बीच उनके घर के घेराव की स्थिति में पुलिस ने हवाई फायरिंग की और छात्राओं पर लाठीचार्ज किया.
गौरतलब है कि शनिवार रात पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे घटनाक्रम के जांच के आदेश दिए हैं. सीएम योगी ने वाराणसी के कमिश्नर से बीएचयू के पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी है.