वॉशिंगटन: विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 72वें सत्र में पाकिस्तान के साथ-साथ चीन पर भी निशाना साधा. भाषण की शुरूआत में विदेश मंत्री ने मोदी सरकार की योजनाओं का गुणगान किया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जनधन योजना के जरिए 30 करोड़ लोगों के खाते खुले. यूएन में विदेश मंत्री ने मुद्रा योजना, जनधन योजना उज्जवला योजना के अलावा डिजिटल इंडिया का जिक्र खास तौर पर किया. उन्होंने कहा कि जिसे कभी कर्ज नहीं मिला उसे हमारी सरकार ने मुद्रा योजना के तहत कर्ज दिया. उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के तहत 70 फीसदी से ज्यादा कर्ज महिलाओं को दिया गया. उन्होंने कहा कि गरीबी को दूर करना टिकाऊ विकास का पहला लक्ष्य है. हमारी सभी योजनाएं गरीबों को शक्तिशाली बनाने के लिए हैं. उज्जवला योजना के तहत गरीब महिलाओं को मुफ्त में गैस सिलेंडर दिया जा रहा है. भारत सरकार ने 30 करोड़ लोगों को मिशन मोड से बैंक से जोड़ने का काम किया गया है. जिनेके पास पैसा नहीं था उनका जीरो बैलेंस से एकाउंट खोला गया. गरीबों के विकास के लिए मोदी सरकार की तरफ से उठाए जाने वाले कदमों की सुषमा ने यूएन में जमकर तारिफ की. उन्होंने कहा कि भारत ने बड़े-बड़े साहिसक निर्णय लिए हैं और टिकाउ विकास के लक्ष्य बनाए हैं. टिकाई विकास के दो रास्ते होते हैं. पहला तो गरीबों का सहार बनें, दूसरा उन्हें इतना सशक्त कर दें कि सहारे की ही जरुरत ही न पड़े.
PM ने की तारीफ
पीएम मोदी ने सुषमा की तारिफ करते हुए तीन ट्वीट किए. पीएम मोदी ने लिखा कि सुषमा स्वराज ने यूएम की महासभा में अतुलनीय भाषण दिया. विश्वभर में उन्होंने भारत का मान बढ़ाया है. उन्होंने आतंकवाद पर कड़ा सन्देश दिया है. बिना एकजुट हुए आतंकवाद से नहीं लड़ा जा सकता. सुषमा में वैश्विक चुनौतियों को पहचानने की दूरदृष्टि दिखी और उन्होंने एक अच्छी दुनिया बनाने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को मजबूती से सभा में स्थापित किया. भारत सामंजस्य स्थापित करके एक बेहतर विश्व बनाना चाहता है. सुषमा स्वराज जी ने यूएन में आतंकवाद के खतरों को लेकर बहुत बड़ा संदेश दिया है. उन्होंने बताया कि हमें क्यों इस बुराई के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना है.
पाकिस्तान को लताड़ा
आतंकवाद पर बोलते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि आज का विश्व अनेक संकटों से ग्रस्त है. हमें यथास्थिति से बाहर निकलकर अपने लक्ष्यों को पाना होगा. विश्व आतंकवाद और साइबर सुरक्षा पर खतरे से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि बेगुनाहों का खून बहाने वाला पाकिस्तान हमें मानवाधिकार का पाठ पढ़ा रहा है. संयुक्त राष्ट्र महासभा में सुषमा स्वराज ने कहा कि पीएम मोदी ने शांति और दोस्ती की नीयत दिखाई और पाकिस्तान ने हमेशा की तरह दहशतगर्दी दिखाई है. पाकिस्तान वालो आपने क्या बनाया ? आपने आतंकवादी संगठन बनाए. पाकिस्तान से सवाल है कि क्या कभी इकट्ठे बैठकर सोचा है कि भारत और पाकिस्तान साथ-साथ आजाद हुए.