चंडीगढ़. राम रहीम के जेल जाने के बाद से मिस्ट्री बनी हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हनीप्रीत के खिलाफ एक के बाद एक कई खुलासे किए. उन्होंने कहा कि मैं राम रहीम और हनीप्रीत के बीच के रिश्ते की सच्चाई जानता था इसलिए मुझे मरवाने के लिए राम रहीम ने मेरे पीछे गुंडे लगा दिये.
विश्वास ने कहा कि हनीप्रीत राम रहीम की बेटी नहीं है. दोनों के उम्र में 13 साल का अंतर है. बेटी बनाकर राम रहीम ने हनीप्रीत को पत्नी बनाकर रखा. राम रहीम ने बेटी के रिश्ते की आड़ में हनीप्रीत को पत्नी बनाकर रखा था. विश्वास ने दावा किया कि उन्होंने उन दोनों को सेक्स करते देखा था.
विश्वास गुप्ता के मुताबिक उनका परिवार राम रहीम को बहुत मानता था क्योंकि उनका परिवार राम रहीम से पहले हुए सतनाम सिंह महाराज के भी भक्त थे. विश्वास के मुताबिक एक दिन राम रहीम ने उनके पिता को बुलाकर कहा कि विश्वास की शादी करनी है और लड़की उन्होंने ढूढ़ ली है और परसो ही शादी है. क्योंकि परिवार बाबा का भक्त था इसलिए उन्होंने शादी के लिए हां कर दी है और साल 1999 में उनकी प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत से शादी हो गई.
विश्वास गुप्ता ने कहा कि राम रहिम ने अपने गुफा में बिग बॉस का सेट अप लगाया था. उस गुफा में राम रहीम बिग बॉस गेम खेलाता था. गुफा में लड़के-लड़कियों के कमरे अलग थे. हनीप्रीत जानबूझ कर गेम में गलतियां करती थी. ताकि उसे राम रहीम के साथ वो समय बिता सके.
विश्वास गुप्ता ने दावा किया कि हनीप्रीत बेटी नहीं है. मुझसे जब पूछा गया तो मैंने भी मना नहीं किया. रात में गुफा में पार्टी रखी गई. मेरे परिवार को भी पार्टी में बुलाया गया. उस दिन ऐलान किया गया कि हनीप्रीत बाबा की मझोली मुंहबोली बेटी है.
राम रहीम का परिवार और मेरा परिवार दोनों उस दिन शामिल था. अंत में हनीप्रीत और मुझे रोक लिया गया. मुझे राम रहीम ने कहा कि वो अपनी बेटी यानी कि हनीप्रीत के साथ एक रात साथ में ठहरना चाहता है, तो विश्वास ने मना नहीं किया इसलिए क्योंकि दोनों में बाप-बेटी का रिश्ता है. मगर उन्होंने दावा किया कि इस रिश्ते की आड़ में राम रहीम ने गलत संबंध स्थापित किये.
मेरा मुंह चुप करवाने के लिए मुझे सारी सुविधाएं दे दी गई. उनका मकसद था कि दिखावे, सुविधा और पावर में चुप हो जाएगा. मगर मुझे भनक हो गई थी. विश्वास ने दावा किया कि गोद लेने की प्रक्रिया भी गैरकानूनी है. कानून का पालन नहीं किया गया.
विश्वास गुप्ता ने कहा कि एक बार जब हम राम रहीम के साथ जा रहे थे, तो हनीप्रीत मेरी गाड़ी में थी, मगर बाद में बाबा की गाड़ी में बैठ गई. इसके लिए खुद राम रहीम ने कहा था. हनीप्रीत बुलेट प्रूफ गाड़ी में पार्टिशन होता है जिसमें ये दोनों बैठ गये. उसमें मैं और ड्राइविंग करने लगा.
बाबा का खास सेवादार धर्मा था. उसने कहा कि आपको बाबा जी ने बुलाया. हनीप्रीत उनकी गोद में बैठकर रो रही थी. बाबा रोने लगा. उसने मुझे ये जताया कि मै्ं गलत था. बिगबॉस में सजा के तौर पर गुफा में अकेले स्मरण करना होता था.
विश्वास गुप्ता के मुताबिक, जब राम रहीम से पहली बार मिला तब मैं 13 साल का था. मेरा परिवार 50 साल से डेरे से जुड़ा करता था. मैं राम रहीम के साथ वीडियो गेम खेला करता था. राम रहीम जब प्रवचन करने लगा तो हम उसके हर प्रवचन में जाते थे. मैं अपने पिता से ज्यादा राम रहीम पर भरोसा करता था.