नई दिल्ली: गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद से मिस्ट्री बनी हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हनीप्रीत के खिलाफ एक के बाद एक कई खुलासे किए. उन्होंने दावा किया कि हनीप्रीत राम रहीम की बेटी नहीं थी. राम रहीम हनीप्रीत के साथ अकेले गुफा में घंटों समय बिताता था.
विश्वास गुप्ता के मुताबिक, उनका परिवार राम रहीम को बहुत मानता था क्योंकि उनका परिवार राम रहीम से पहले हुए सतनाम सिंह महाराज के भी भक्त थे. विश्वास के मुताबिक एक दिन राम रहीम ने उनके पिता को बुलाकर कहा कि विश्वास की शादी करनी है और लड़की उन्होंने ढूढ़ ली है और परसो ही शादी है. क्योंकि परिवार बाबा का भक्त था इसलिए उन्होंने शादी के लिए हां कर दी है और साल 1999 में उनकी प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत से शादी हो गई.
विश्वास गुप्ता के मुताबिक, जब राम रहीम से पहली बार मिला तब मैं 13 साल का था. मेरा परिवार 50 साल से डेरे से जुड़ा था. मैं राम रहीम के साथ वीडियो गेम खेला करता था. राम रहीम जब प्रवचन करने लगा तो हम उसके हर प्रवचन में जाते थे. मैं अपने पिता से ज्यादा राम रहीम पर भरोसा करता था.
1999 में राम रहीम ने बिना लड़की दिखाए मेरी शादी तय कर दी. मुझे नहीं पता था कि मेरी शादी किससे हो रही है. बाद में पता चला कि लड़की हनीप्रीत है. बाबा मुझे अपने बेटे की तरह मानता था. राम रहीम ने कहा कि हनीप्रीत को हम बेटी मानते हैं. विश्वास के मुताबिक शादी के बाद राम रहीम डेरा कर्मी को भेजकर उन्हें और हनीप्रती को डेरे में बुलाता था और फिर उनकी पत्नी यानी हनीप्रीत को अकेले अपनी गुफा में बुलाता था और इस बीच उसे बाहर डेरा समर्थकों के साथ बैठने को कहा जाता था.