नई दिल्ली: बलात्कार के गुनहगार राम रहीम की खासमखास हनीप्रीत की तलाश में हरियाणा पुलिस ने एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है. हरियाणा पुलिस की एसआईटी हनीप्रीत की तलाश में आधे हिंदुस्तान में दबिश दे चुकी है. लेकिन वो नेपाल में छुपी हुई है. नेपाल पुलिस भी हनीप्रीत की तलाश में सरगर्मी से जुटी है. इंडिया न्यूज़ की टीम ने भी बीते दो दिनों में नेपाल का चप्पा-चप्पा छान मारा है. हनीप्रीत की तलाश में इंडिया न्यूज़ की टीम जब नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंची तो एक ऐसा चश्मदीद मिला. जिसने हनीप्रीत को देखने का दावा किया. उस चश्मदीद का नाम आफताब आलम है. आफताब का दावा है कि उसने 5-6 दिन पहले शाम के वक्त काठमांडू में हनीप्रीत को एक शख्स के साथ देखा.
इस चश्मदीद का दावा है कि तब उसे पता नहीं था कि पुलिस हनीप्रीत को तलाश रही है लेकिन उसका ये पक्का दावा है कि उसने काठमांडू के नक्साल पार्क के करीब हनीप्रीत को देखा. इंडिया न्यूज़ संवाददाता पुलकित नागर नक्साल पार्क भी पहुंचे और इस इलाके का जायजा लिया. आलम का दावा है कि उसने हनीप्रीत को देखा लेकिन नेपाल की पुलिस हिंदुस्तान से फरार हनीप्रीत का सुराग तलाशने में अब तक नाकाम है. हनीप्रीत कहां है ? ये सवाल हरियाणा पुलिस के साथ-साथ नेपाल पुलिस के लिए भी चुनौती बना हुआ है. नेपाल की पुलिस हनीप्रीत का सुराग तलाशने में जुटी है तो इंडिया न्यूज़ की टीम भी हनीप्रीत के सुराग को टटोलने में नेपाल का चप्पा-चप्पा छान रही है. पूरे 26 दिन गुजर गए लेकिन हनीप्रीत पुलिस के हाथ नहीं आई है. इन सवालों के जवाब अब हिंदुस्तान में नहीं, बल्कि नेपाल में हैं लेकिन हनीप्रीत अगर नेपाल में है तो उसकी पनाहगाह कहां है ? ये सवाल हरियाणा पुलिस के साथ-साथ नेपाल पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है.
हनीप्रीत हिंदुस्तान से फरार हो कर नेपाल जा पहुंची. हनीप्रीत के सुराग की तलाश में हिंदुस्तान की पुलिस नेपाल तक पहुंची और उसी सुराग को टटोलने इंडिया न्यूज़ की टीम भी नेपाल में है. हमारे संवाददाता शिवपूजन झा और पुलकित नागर नेपाल के उन तमाम ठिकानों पर दस्तक दे रहे हैं. जहां से हनीप्रीत के ठहरने या गुजरने की आहट भी मिल रही है. सूत्रों के मुताबिक नेपाल पहुंची हनीप्रीत किसी एक जगह पर छिपकर नहीं बैठी. उसे अच्छी तरह पता है कि उसकी तलाश में नेपाली एजेंसियां भी जुट गई हैं. ऐसे में वो नेपाल में भी लगातार ठिकाने बदल रही है. आखिरी बार उसे पोखरा में देखा गया लेकिन सूत्रों के मुताबिक वो पोखरा में ही मगलिन, दमौली, दोखानी, धादिंग, कुंचा, बेसिहार, कुसमा और नोवाकोट के बीच यहां से वहां मारी-मारी फिर रही है. उसे विराटनगर, महेंद्रनगर और सुनसरी के इटहरी में भी देखा गया.
नेपाल में हनीप्रत जहां भी देखी गई उसके साथ 3-4 लोग और भी थे यानी बहुत मुमकिन है कि राम रहीम के अंधभक्तों का कुनबा नेपाल में भी सक्रिय हो और इन्हीं लोगों ने हनीप्रीत को पनाह दे रखी हो. नेपाल पुलिस हनीप्रीत की तलाश में इन बातों का भी खास ख्याल रख रही है. उसके साथ आखिरी वक्त पर कुछ लोगों को देखा गया था. तीन गाड़ियों का काफिला हनीप्रीत के साथ था. जिस वक्त उसे देखा गया. रात के वक्त उसे देखा गया है. अब जो जांच दल है, वो लगातार पोखरा और उसके आसपास के इलाके में जांच कर रहा है ताकि ये पता चल पाए कि हनीप्रीत की सही जानकारी कैसे मिलेगी और किस जगह वो छुपी हुई हो सकती है.