नई दिल्ली: राम रहीम जब ऐसे 5 मिनट में गाना और 15 दिन में फिल्म बनाता था तो लगता था कि वो सनकी है लेकिन अब एक नई थ्योरी ही सामने आ गई, जिस पर अगर यकीन करें तो लगता है कि राम रहीम को फिल्में पूरी करने की जल्दी इसलिए रहती थी ताकि वो कॉस्टिंग काउच कर सके.
उलूल जुलूल फिल्में बनाने वाला राम रहीम शायद नाम और सफलता के लिए उतना पागल नहीं था जितना हवस के लिए था. राम रहीम के पूर्व सेवादार और बेहद करीबी राज़दार रहे गुरुदास सिंह तूर ने नया खुलासा करते हुए बताया कि कम उम्र की लड़कियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करने के बाद राम रहीम उन्हें अपनी फिल्मों में छोटे मोटे रोल दे दिया करता था.
हालांकि गुरुदास सिंह तूर ने अब तक जो भी खुलासे किए हैं उनमें से कई सच्चे साबित भी हुए हैं और राम रहीम के कास्टिंग काउच की बात इसलिए भी सही लगती है क्योंकि खुद राम रहीम ने ही इंडिया न्यूज़ के कार्यक्रम जनता दरबार में कबूला था कि फिल्मों में काम करने के लिए वो डेरा या आस पास के इलाके की ही लड़कियों को मौका देता है. लेकिन तूर के बयान के बाद लगता है कि ये मौका लड़कियों के लिए कम और राम रहीम के लिए ज्यादा था.
पूरे मामले को देखें तो जो सिलसिला समझ में आता है वो ये कि राम रहीम ने लड़कियों को फंसाने के लिए फिल्मों का पूरा जाल बिछा रखा था. हिंदुस्तान में फिल्मों का क्रेज़ लोगों के सिर चढ़कर बोलता है. देश का हर युवा अपने जीवन में एक ना एक बार फिल्मों में जाने का सपना जरुर देखता है. राम रहीम ने अपने हवस के पंजों को इसी सपने पर गड़ाया. आस पास की मासूम और भोली लड़कियों को फिल्मी दुनिया की चमक दमक दिखाकर राम रहीम उन्हें अपने जाल में फंसाता था.
इस पूरे खेल में हनीप्रीत राम रहीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती थी. फिल्मों में राम रहीम की ही तरह बीसों भूमिकाएं निभाने का दम भी वो राम रहीम जैसा ही भरती थी. लेकिन गुरुदास सिंह तूर के आरोपों के बाद लग रहा है कि फिल्मों में इतने क्रेडिट लेने वाली हनीप्रीत की भूमिका कुछ और थी.
जिन लड़कियों को राम रहीम चुनता था, उन्हें हनीप्रीत पहुंचाती थी उसकी बदनाम गुफा तक और फिर फिल्मों में छोटा मोटा रोल देकर ये जताया जाता था कि एक दिन उसे भी हीरोइन बना दिया जाएगा और उसका बॉलीवुड का करियर चल निकलेगा.
राम रहीम का साथ मिला तो हनीप्रीत को लगा कि उसके बड़ी हीरोइन बनने के सारे सपने पूरे हो जाएंगे. तीन साल में एक के बाद एक राम रहीम ने पांच फिल्में बना दी. तीसरे नंबर की फिल्म हिन्द को नापाक का जवाब ने हनीप्रीत ने हिरोइन का किरदार निभाया. कैमरे के सामने खुद के ग्लैमर को दिखाना और दुनिया को अपना दीवाना बना देने का जुनून सवार था हनीप्रीत पर.
राम रहीम के करीबी रिश्तेदार भूपिंदर सिंह गोरा ने इंडिया न्यूज के कैमरे पर खुलासा किया कि हनीप्रीत अक्षय कुमार और सलमान खान के साथ फिल्में करना चाहती थी. गोरा के मुताबिक राम रहीम अक्षय कुमार के साथ मीटिंग भी करने वाला था जिसमें फिल्मों को लेकर बातचीत होनी थी.
हनीप्रीत की प्लानिंग कितनी पुख्ता थी. वो इस बात से भी आप समझ सकते है कि उसने इंडियन फिल्म एसोसिएशन की लाइफटाइम मेंबरशिप ले रखी थी. जिसमें उसने खुद को बतौर डायरेक्टर और कलाकार रजिस्टर्ड करवा रखा था. दरअसल राम रहीम के तौर पर हनीप्रीत को लॉटरी लग गई थी. डेरे में रहकर हनीप्रीत ने राम रहीम जैसे ऐश फरमाए हनीप्रीत के लिए राम रहीम ब्लैंक चेक की तरह था और ये हनीप्रीत सार्वजनिक तौर पर कहती भी थी कि पापाजी तो उसके लिए एटीएम है.