नई दिल्ली: अगर आप ये सोचकर त्योहार पर घर जाने का प्रोग्राम रद्द कर रहे हैं कि ट्रेन में टिकट नहीं मिलेगी या भीड़ होगी तो जरा रूक जाइए. रेलवे ने इस साल त्योहारों के मौसम में लोगों को घर आने-जाने में परेशानी ना हो इसके लिए खास इंतजाम किए हैं. रेलवे इस साल पिछले साल के मुकाबले 200 अतिरिक्त स्पेशल ट्रेन चलाने जा रही ताकि लोग आसानी से अपने घर पर त्योहार मना सकें.
स्पेशल ट्रेनों में सफर करने के लिए चुकाना होगा 30 फीसदी अतिरिक्त किराया
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के मुताबिक दुर्गा पूजा, छठ और दिवाली के मौके पर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे इस साल पिछले साल के मुकाबले 200 अधिक स्पेशल ट्रेन चलाने जा रही है. पिछले साल रेलवे त्योहारों के दौरान 3800 स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं लेकिन इस बार इसकी संख्या बढ़ाकर 4000 कर दी गई है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इन ट्रेनों का किराया 30 फीसदी ज्यादा होगा. ये स्पेशल ट्रेन 15 सितंबर से 30 अक्टूबर के बीच चलाई जाएंगी और इसके लिए 55 रूट की पहचान की गई है. इसके अलावा 306 ट्रेनों में 9500 अतिरिक्त बोगियां लगाई जाएंगी.
देशभर से यूपी और बिहार के लिए खास ट्रेनें
रेल राज्य मंत्री के मुताबिक अहमदाबाद, सूरत, वड़ोदरा से पूर्वी यूपी और बिहार के लिए ट्रेने चलाई जाएंगी. साउथ से भी बिहार और यूपी के लिए खास ट्रेनें चलेंगी. खास बात ये है कि और ट्रेनों के साथ इन ट्रेनों को भी समय से चलाया जाएगा. अमूमन लोगों को शिकायत होती है कि स्पेशल ट्रेनें लेट से चलती हैं.
रेलवे स्टेशनों पर होगी ये खास व्यवस्था
इसके अलावा अगर स्टेशनों पर भीड़ बढ़ती है तो प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री बंद कर दी जाएगी. रिजर्वेशन और जनरल टिकट के लिए अगल-अलग काउंटर होगा. स्टेशनों पर एंबुलेंस और व्हील चेयर की व्यवस्था होगी. साथ ही स्टेशनों पर साफ-सफाई और रौशनी की व्यवस्था होगी. अक्सर ये भी शिकायतें सामने आती है कि स्टेशनों पर पैसेंजर की मजबूरी का फायदा उठाकर कुली मनमाने दाम लेना शुरू कर देते हैं. इसके लिए भी सरकार अलग व्यवस्था की जाएगी.
दलालों से निपटने के लिए रेलवे का सतर्कता विभाग मुस्तैद
त्योहारों के दौरान रेलवे के सतर्कता विभाग के अधिकारी भी मुस्तैद रहेंगे. सतर्कता विभाग के अधिकारियों का विशेष दस्ता तैयार किया गया है जो दलालों और अनियमति वैंडरों पर नजर रखेगा और उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा. गौरतलब है कि पिछले साल ऐसे 1654 मामले दर्ज किए गए थे और 693 रेलवे कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की गई थी. इसके अलावा 515 दलालों और वैंडरों को पकड़ा गया था. इस साल भी रेलवे की पैनी नजर इन लोगों पर रहेगी.