मुंबई: सोमवार देर रात मुंबई पुलिस ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को फिरौती के एक मामले में गिरफ्तार किया. पुलिस ने मंगलवार को इस केस से जुड़े डिटेल बताते हुए कहा कि उन्हें पता चला था कि दाऊद गैंग के लोग ठाणे इलाके में सक्रीय हैं इसलिए क्राइम ब्रांच ने इस मामले को एक्टॉर्शन सेल को सौंपा था.
इकबाल कासकर के अलावा तीन और लोग हिरासत में लिए गए
पुलिस के मुताबिक इस मामले में पहले इन लोगों की पहचान की गई जिन्हें धमकियां दी जा रही थी. पुलिस ने धमकी मिलने वाले एक शख्स की पहचान की और उसे शिकायत दर्ज कराने के लिए राजी किया. इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 384 और 386 के तहत मामला दर्ज कर मुमताज और इसरार नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया. बाद में छानबीन के दौरान इकबाल कासकर का नाम भी सामने आया. सोमवार रात पुलिस ने इकबाल कासकर को रात 9:15 बजे हसीना पारकर के घर से गिरफ्तार किया. इकबाल कासकर के अलावा पुलिस ने तीन और लोगों को हिरासत में लिया.
हसीना पारकर का देवर भी हिरासत में लिया गया
बिल्डर की शिकायत की मुताबिक ये लोग 2013 से उससे फिरौती मांग रहे थे. इस दौरान उन्होंने बिल्डर से 30 लाख रूपये और चार फ्लैट लिए. शिकायतकर्ता के मुताबिक कुछ फ्लैट बेच दिए गए जबकि रोजविला नाम की सोसाइटी के एक फ्लैट में उसके कुछ गुर्गे रह रहे थे.
पुलिस के मुताबिक जिन तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें हसीना पारकर का देवर मो. यासीन ख्वाजा भी शामिल है. बताया जा रहा है कि यासीन ख्वाजा ड्रग्स डीलर है जबकि फर्नांडो तीसरा शख्स है. बताया जा रहा है कि इन लोगों पर मकोका के तहत केस दर्ज किया जा सकता है.
फिरौती के कई और मामलों का हो सकता है खुलासा
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि फिरौती के इस मामले में दाऊद का डायरेक्ट या इनडायरेक्ट कनेक्शन तो नहीं है? बताया जा रहा है कि इकबाल कासकर ड्रग्स का शिकार है. पुलिस के मुताबिक फिरौती का ये पहला मामला नहीं है. इसमें करीब 10 से 20 फिरौती के और केस जुड़े हुए हैं. साथ ही कुछ बिल्डर भी इस केस से जुड़े हुए हैं जो इस रैकेट का साथ देते थे. इसके अलावा कुछ स्थानीय नेताओं का भी नाम सामने आ रहा है जो इस रैकेट की मदद करता था.
खुद फोन कर लोगों को दाऊद के नाम से धमकाता था इकबाल
बताया जा रहा है कि ये रैकेट दाऊद के नाम से लोगों को धमकाता था और फिरौती मांगता था. इसके अलावा बाहर से शूटर बुलाए जाते थे और बिहार के गुंडों को बुलाकर अवैध कब्जे किए जाते थे. पुलिस के मुताबिक इकबाल कासकर खुद फोन कर लोगों को धमकियां देता था. इसके अलावा धमकी भरे फोन बाहर के देशों से भी दी जाती थी. जिस वक्त इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया गया वो उस वक्त हसीना पारकर के घर बैठकर कौन बनेगा करोड़पति देख रहा था और बिरयानी खा रहा था.