नई दिल्ली: राम रहीम के बारे अब तक आप लोग कई राज सुने होंगे. लेकिन आज हम आपको दिखाने वाले हैं राम रहीम का प्रेत दरबार. अपने प्रेत दरबार में राम रहीम कैसे भूत-प्रेतों का डर दिखाकर भक्तों की भीड़ इकट्ठा करता था.
क्या भक्तों की भीड़ जुटाने के लिए राम रहीम भूत प्रेतों की मदद लेता था. क्या भूत प्रेतों के डर की वजह से ही उसके दरबार में लाखों आदमी जुट जाया करते थे. आज राम रहीम खुद कैमरे पर ये कबूल करेगा कि कैसे वो भूतों प्रेतों और चुड़ैलों का अंधविश्वास फैलाकर भक्तों को डराता था.
इसमें शक नहीं की राम रहीम के डेरे की नींव झूठ पर रखी हुई थी. राम रहीम प्रवचन के नाम पर खुलेआम बड़े-बड़े झूठ बोलता था. वो भक्तों से जो भी कहता खुद उन बातों पर कभी अमल नहीं करता था. क्रोध, कामवासना तो बाबा के रग-रग में रम चुकी थी और बाबा दूसरों को इनसे दूर रहने को कहता था. यकीनन अगर अपने ही प्रवचनों को बाबा ने ठीक से समझ लिया होता तो आज वो यूं जेल में एड़ियां नहीं रगड़ रहा होता.
राम रहीम धर्म का चोला पहनकर अपनी जबर्दस्त मार्केटिंग करता था. फिर चाहे कोई सामान बेचना हो..या फिर खुद की मार्केटिंग करनी हो. खुद को चमत्कारी साबित करने के लिए वो भीड़ के बीच अपने उन चेले चेलियों को छोड़ देता था जो सबके सामने बाबा के चमत्कारों के किस्से सुनाते थे.