अहमदाबाद: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सोमवार को नरोडा गाम दंगा मामले में बतौर गवाह अहमदाबाद की विशेष अदालत में पहुंचे. वह मामले में मुख्य आरोपी और पूर्व विधायक मायाबेन कोडनानी की अर्जी पर बचाव गवाह के रुप में पेश होने के लिए गए थे. पढ़िए कोर्ट में अमित शाह की पूरी गवाही…
समय सुबह 11:02 बजे जस्टिस पीबी देसाई कोर्ट रूम में आये. 11:03 बजे अमित शाह विटनेस बॉक्स में आये. उसके बाद शुरू हुए उनसे सवाल
सवाल: आपका नाम?
अमित शाह: अमित शाह
सवाल: कहां रहते हैं ?
अमित शाह: थलतेज
जज: सौगंध खाइये जो भी कहेंगे सच कहेंगे
अमित शाह: मैं सौगंध खाता हूं जो भी कहूंगा सच कहूंगा
सवाल: 28 तारीख को आप कौन सी जगह थे और कहां गए?
अमित शाह: में घर से विधानसभा गया, सुबह साढ़े आठ बजे से सदन शुरू होना था तो उसके मुताबिक सुबह घर से निकला
सवाल: माया बेन विधानसभा में उपस्थित थीं?
अमित शाह: जी, माया बेन उपस्थित थीं
सवाल: विधानसभा की कार्यवाही के बाद कहां गए?
अमित शाह: मुझे कई सारे फोन कॉल्स आ रहे थे सोला अस्पताल से, चूंकि वो मेरी विधानसभा क्षेत्र भी था तो मैं विधानसभा से सोला अस्पताल गया
सवाल: सोला अस्पताल कितने बजे पहुंचे ?
अमित शाह: साढे नौ से पौने दस बजे के आसपास
सवाल: आप कौन सी जगह गए पहले ?
जवाब : मैं पोस्टमॉर्टम हो रहा था वहां गया, उनके रिश्तेदार थे, शवों का आइडेंडिटीफिकेशन हो रहा था. वहां मैं गया था
सवाल: वहां स्थिति क्या थी?
अमित शाह: वहां कई शव लाये गए थे, अफरातफरी थी, पोस्टमॉर्टम के लिए. पीड़ितों के कई रिश्तेदार मौजूद थे, वहां कई कार्यकर्ता भी थे
सवाल: आप गए वहां तब आप जिसे जानते थे, ऐसा कोई था ?
अमित शाह: वहां कई लोग थे मेरे वार्ड के, वाघेला भी थे
सवाल: आप पहुंचे उसके बाद माया बेन को कब देखा ?
अमित शाह: मैं बाहर निकल रहा था, वहां माया बेन दिखी, लेकिन वहां लोगों में खूब गुस्सा था, लोग नारेबाजी भी कर रहे थे, वहां कई लोग थे, जयदीप पटेल भी थे, लोगों में खूब रोष था, यहां तक कि भीड़ ने मुझे भी घेर लिया था, मुझे पुलिस ने कोर्डन कर के निकाला
सवाल: उसके बाद क्या हुआ ?
अमित शाह: मेरी गाड़ी थोड़ी दूर होने के चलते मुझे पुलिस गाड़ी में बिठाया, वहां माया बेन को भी पुलिस लेकर आई, हम दोनों को एक ही जीप में बिठाया
सवाल: आप समय बता सकेंगे उस वक्त क्या हुआ था ?
अमित शाह: 11 बजे के आसपास का वक्त था, ठीक से याद नहीं
सवाल: 27 तारीख को वीएचपी ने बंद का ऐलान किया था ?
अमित शाह: जी, यह सही है
दूसरे वकील द्वारा पूछताछ
सवाल: विधानसभा में पार्किंग कहा हैं ?
अमित शाह: मुझे गाड़ी चलाना नहीं आता, इसलिए मुझे नहीं पता
सवाल: 27 तारीख को सत्र चालू था, उस समय गोधरा कांड के बारे में पता कब चला ?
अमित शाह: गृहमंत्री ने जैसे ही सदन में घोषणा की, मुझे पता चला
सवाल: गोधरा से शव सोला हॉस्पिटल लाए गए ?
अमित शाह: जी, यह सही है
सवाल: 28 तारीख को विधानसभा सदन साढ़े आठ बजे शुरू हुआ और दस मिनट बाद खत्म हुआ ?
अमित शाह: ठीक समय पता नहीं लेकिन 10 से 15 मिनट तक चला
सवाल: 9: 30 के आसपास आप सोला सिविल पहुंचे? कि और कहीं गए ?
अमित शाह: नहीं मैं सीधा सोला सिविल हॉस्पिटल गया
सवाल: सोला अस्पताल में आप बेंच पर बैठे थे ?
अमित शाह: याद नही..
सवाल: माया बेन को साढ़े दस बजे पुलिस कॉर्डन करके लेकर आयी ?
अमित शाह: मुझे ठीक से याद नहीं
सवाल: पुलिस कॉर्डन करके लेकर आई तब आप पुलिस जीप से कब उतरे ?
अमित शाह: ठीक याद नहीं पर जब मेरी गाड़ी आयी तब
सवाल: माया बेन उसके बाद कहां गईं ?
अमित शाह: वो कहां गयी, यह पता नहीं
सवाल: आप कभी नरोडा गांव गए हैं ?
अमित शाह: गया नहीं पर पास से गुजरा हूं
सवाल: क्या कभी आप एसआईटी के सामने पेश हुए हैं ?
अमित शाह: जी नहीं, एफिडेविट भी नहीं की
सवाल: सुप्रीम कोर्ट ने दंगों की जांच के लिए एसआईटी बनाने के आदेश दिये, इस बात से आप अवगत हैं ?
अमित शाह: जी मुझे पता है
सवाल: एसआईटी ने पब्लिक नोटिस दी थी, जिसको घटना के बारे में जो कहना है वो कहें, क्या यह बात आप जानते हैं ?
अमित शाह: जी मुझे पता है
सवाल: नरोडा पाटिया केस में माया बेन को दोषी करार दिया है, यह आप जानते हैं ?
अमित शाह: जी..
( इस सवाल पर ऑब्जेक्शन उठाया गया चूंकि पाटिया मामला हाईकोर्ट में लंबित है)
सवाल: नरोडा गांव और नरोडा पाटिया मामले में आपने गवाही दी है ?
अमित शाह: यहां मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मुझे कोई सम्मन ही नही दिया गया अब तक
सवाल: इस मामले में इससे पहले कभी गवाह के तौर पर अप्रोच किया था ?
अमित शाह: जी नही, एसआईटी ने कभी यह पूछना भी ठीक नही समझा कि मैं माया बेन के साथ था कि नहीं
सवाल: माया बेन सोला सिविल अस्पताल में थी, यह पहली बार कह रहे हैं ?
अमित शाह: जी
माया कोडनानी का दावा
गुजरात दंगे के दौरान अहमदाबाद के नरोडा गाम दंगा मामले में माया कोडनानी आरोपी हैं, कोडनानी ने विशेष अदालत के जज पी बी देसाई के समक्ष अर्जी दायर कर अमित शाह को इस मामले में गवाह के तौर पर बुलाने की मांग की थी. कोडनानी का दावा है कि 28 फरवरी 2002 को वे गुजरात विधानसभा में थी, शाह इस बात के गवाह हैं चूंकि वे उनके साथ थीं.
क्या है मामला ?
गुजरात के अगमदाबाद में नरोदा गाम का नरसंहार साल 2002 में हुए साम्प्रदायिक दंगों 9 मामलों में से एक हैं. इसकी विशेष अदालत ने जांच की थी. इस दंगे में अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े 11 लोग मारे गए थे. इस मामले में कुल 82 लोग मुकदमे का सामने कर रहे हैं. बता दें कि कोडनानी गुजरात में नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रह चुकीं हैं. कोडनानी को पहले ही नरोदा पाटिया दंगा मामले में 28 साल की सजा सुनायी जा चुकी है.