गुवाहाटी: रोहिंग्या मुसलमानों के लिए हमदर्दी असम बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बेनजीर को भारी पड़ गई. उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है. तीन तलाक के खिलाफ पार्टी का चेहरा रहीं बेनजीर अरफां को रोहिंग्या के समर्थन कैंप में शामिल होने पर पार्टी से निकाल दिया गया है.
बेनजीर का कहना है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने गुरुवार को व्हाट्सएप पर सस्पेंसन लेटर भेजकर पार्टी से निष्कासित कर दिया. मुझे इस तरह पार्टी से निकालकर मेरी बेइज्जती की है, इस मुद्दे पर मैं पार्टी हाईकमान को शिकायक करूंगी. उन्होंने कहा कि मैंने रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन में एक मीटिंग में हिस्सा लिया था, जिसके चलते मुझे निष्कासित किया गया.
अरफां ने बताया कि यूनाइटेड माइनॉरिटी पिपुल्स फोरम द्वारा रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन में इस बैठक का आयोजन किया गया. इसी के चलते मुझे पार्टी से निकाला गया. उन्होंने बताया कि लेटर में लिखा है कि बिना पार्टी को जानकारी दिए किसी दूसरी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम जो कि रोहिंग्याओं का समर्थन करने के लिए था, इसमें हिस्सा लेकर पार्टी के नियमों को तोड़ा है, जिससे आपको तत्काल प्रभास से बर्खास्त किया जाता है.
बेनजरी का कहना है कि इस कार्यक्रम के बहाने मुझे पर निशाना साधा जा रहा है. स्थानीय बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाते हुए बेनजीर ने कहा कि पार्टी के कुछ लोगों को मुझसे कोई समस्या है, उन्हें मेरी कार्यशैली पसंद नहीं आ रही थी इसलिए इस मुद्दे को लेकर बलि का बकरा बनाया गया. बता दें कि साल 2016 में असम के जैनिया सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गईं थी.