नई दिल्ली : गुजरात दंगों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई जांच कमेटी के सदस्य रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को एनआईए की कमान सौंपी गई है. सोमवार को गृह मंत्रालय के प्रस्ताव पर कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने वाईसी मोदी के नाम पर मुहर लगा दी. मोदी शरद कुमार की जगह लेंगे जो 30 अक्टूबर को रिटायर हो रहे हैं. नियुक्त निदेशक जनरल तत्काल प्रभाव से ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी के तौर पर काम करेंगे ताकि करीब एक महीने के बाद आसानी से टेकओवर हो सके.
डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग की ओर से जारी किए गए ऑर्डर के मुताबिक वाई सी मोदी रिटायरमेंट तक इस पद पर रहेंगे. वो 31 मई 2021 को रिटायर होने वाले हैं. 1984 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई सी मोदी ऐसे समय में एनआईए के प्रमुख बनने जा रहे हैं जब वो कश्मीर के अलगाववादियों को की जाने वाली टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही हैं. वाईसी मोदी फिलहाल सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर के पर कार्यरत हैं. उन्हें 2015 में सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया था. वाईसी मोदी एसआईटी के उस पैनल का भी हिस्सा थे जिन्होंने साल 2010 में गुजरात दंगों की जांच की थी. वो इस पैनल से 2012 तक जुड़े रहे. एसआईटी ने गुलबर्गा सोसाइटी नरसंघार मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दी थी जो उस वक्त गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री थे.