गुरुग्राम: प्रद्युम्न हत्याकांड के बाद सोमवार से हरियाणा के गुड़गांव का रेयान इंटरनेशनल स्कूल खुल रहा है. रेयान को 3 महीने तक हरियाणा सरकार चलाएगी. प्रद्युम्न के पिता ने कहा है सीबीआई जांच शुरु होने तक स्कूल नहीं खुलना चाहिए क्योंकि सबूतों से छेड़छाड हो सकती है. हालांकि प्रशासन ने वारदात एरिया को सील रखने का फैसला किया है.
छोटे भाई प्रद्युम्न की बेरहमी से गला काटकर हत्या के बाद अब बहन उस स्कूल में पढ़ने नहीं जाएगी. बड़ी बहन रेयान स्कूल में ही कक्षा पांच में पढ़ती है. प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने कहा कि भले ही स्कूल सोमवार से खुल रहा है लेकिन हम अपनी बच्ची को अब उस स्कूल में नहीं भेजेंगे. खुद हमारी बच्ची भी उस स्कूल में नहीं जा पाएगी.
बता दें कि सोमवार गुड़गांव में रायन स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा. इस प्रदर्शन में प्रद्युम्न का परिवार भी शामिल होगा. प्रद्युम्न हत्या के आरोपी बस कंडक्टर अशोक की तीन दिन की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है. उसे आज अदालत में पेश किया जायेगा.
प्रद्युम्न के पिता ने कहा कि सीबीआई जांच के आदेश के बाद न तो अभी तक जांच शुरू हुई है और न ही स्कूल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. उन्होंने कहा कि अभी इस स्कूल को नहीं खुलना चाहिए क्योंकि, स्कूल खुलने के बाद इस वारदात के बचे खुचे सबूत हैं वो नष्ट हो जाएंगे. इसलिए स्कूल अभी बंद ही रहे तो ठीक है.
बता दें कि जिला प्रशासन ने सोमवार से स्कूल खोले जाने और क्लास लगने की बात कही है. जिला प्रशासन ने यह भी आश्वस्त किया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर वह स्कूल की कमियों को दूर करेंगे. हालांकि घटना वाली जगह को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. इससे पहले हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने केस की सीबीआई जांच की सिफारिश का ऐलान करते हुए तीन महीने के लिए स्कूल को टेकओवर करने की बता कही है.
क्या था मामला ?
गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे प्रद्युमन की हत्या कर दी गई थी. प्रद्युमन की बॉडी टॉयलेट में मिली थी. इस मामले में हरियाणा पुलिस ने स्कूल बस के कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. बता दें कि 8 महीने पहले ही आरोपी अशोक स्कूल में कंडक्टर की नौकरी पर लगा था.
अशोक ने बताया कि मेरी बुद्धि खराब हो गई थी. मैं स्कूल के बच्चों के टॉयलेट में था. वहां मैं गलत काम कर रहा था. तभी वह बच्चा आ गया. उसने मुझे गलत काम करते देख लिया. सबसे पहले तो मैंने उसे धक्का दिया. फिर अंदर खींच लिया. वह शोर मचाने लग गया, इससे मैं काफी डर गया. फिर मैंने बच्चे को दो बार चाकू से मारा और उसका गला रेत दिया.