नई दिल्ली: एयरफोर्स मार्शल अर्जन सिंह का 98 साल में की उम्र में निधन हो गया. मार्शल अर्जन सिंह की तबीयत नाजुक बनी हुई थी. उन्हें गंभीर हालत में दिल्ली के सेना अस्पताल रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
बता दें कि एयरफोर्स मार्शल अर्जन सिंह की तबीयत नाजुक होने के बाद पीएम मोदी उनका हाल-चाल जानने अस्पताल पहुंचे थे. पीएम से पहले रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी उनसे मिलने पहुंची थीं.
अर्जन सिंह मार्शल ऑफ इंडियन एयर फोर्स हैं. सेना में फील्ड मार्शल के बराबर ही वायुसेना में मार्शल होता है. सेना प्रमुख और एयर चीफ मार्शल 4 स्टार जनरल होते हैं जबकि फील्ड स्टार जनरल 5 स्टार जनरल होते हैं. अर्जन सिंह को साल 2002 में मॉर्शल ऑफ इंडियन एयरफोर्स का सम्मान दिया गया था.
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युद्ध के दौरान कुशल नेतृत्व की वजह से मार्शल को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है. सेना प्रमुख अब तक 60 एयरक्राफ्ट उड़ा चुके थे, और एयर फोर्स से करियर खत्म होने तक वो विमान उड़ाते रहे.
गौरतलब है कि अर्जन सिंह भारतीय वायुसेना के इकलौते ऐसे अधिकारी थे. जिन्हें 2002 में फील्ड मार्शल के बराबर फाइव स्टार रैंक देकर प्रमोशन दिया गया था. साल 1969 में एयरफोर्स से रिटायर होने वाले अर्जन सिंह के नाम पर पानागढ़ एयरफोर्स स्टेशन का नाम रखा गया था.
पीएम ने जताया शोक
एयरफोर्स मार्शल अर्जन सिंह का 98 साल में की उम्र में निधन की खबर मिलते ही शोक की लहर दौड़ गई. पीएम मोदी ने ट्वीट कर शोक जताते हुए कहा कि मार्शल अर्जन सिंह के 1965 के युद्ध में बेहतरीन नेतृत्व को कभी नहीं भूलेगा. देश के लिए उनकी सेवा हमें याद रहेगी. पीएम ने कहा कि मार्शल अर्जन सिंह ने आईएएफ में क्षमता निर्माण पर दृढ़ता से ध्यान केंद्रित किया और हमारे रक्षा क्षमताओं को बहुत बल दिया. इसके साथ-साथ इंडियन एयर फोर्स ने ट्वीट करते हुए कहा है कि देश के लिए बड़ी क्षति है.