नई दिल्ली. देश के कई नेताओं का नाम वीआईपी सूची से हटाया जा सकता है. इसकी वजह से उन्हें मिली सुरक्षा भी हटाई जा सकती है. इसके पीछे कारण ये बताया जा रहा है कि ज्यादातर नेता अपने राज्यों में ही रहते हैं. सरकार इस फैसले को लागू कर देती है तो लालू यादव जैसे बड़े नेताओं से जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा वापस ली जा सकती है.
मीडिया रिपोर्टे्स के मुताबिक आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से जेड प्लस की हाई सिक्योरिटी वापस ली जा सकती है. इनके अलावा कई और वीआईपी लोगों का मिली वीआईपी सुरक्षा वापस ली जा सकती है.
गौरतलब है कि मोदी सरकार में 475 लोगों को वीआईपी ट्रीटमेंट मिला हुआ है. इससे पहले यानी यूपीए-2 के कार्यकाल में 350 लोगों को ये दर्जा प्राप्त था. माना जा रहा है सरकार इस बारे में जल्द ही सरकार कोई फैसला कर सकती है.
फिलहाल सबसे ज्यादा यूपी में ऐसे लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है जिन्हें सुरक्षा मिली हुई है. वीआईपी सुरक्षा में लोगों को एक्स, वाई, जेड, और जेड प्लस की सुरक्षा दी जाती है.
विभिन्न कैटेगिरी में ये होती है सुरक्षा व्यवस्था
x- 2 या 5 सुरक्षाकर्मी
Y- 11 सुरक्षाकर्मी
Z- 30 सुरक्षाकर्मी
Z plus- 35 से 40 सुरक्षाकर्मी