नई दिल्ली: एयरफोर्स मार्शल अर्जन सिंह की तबीयत नाजुक है. उन्हें गंभीर हालत में दिल्ली के सेना अस्पताल रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारण के बाद पीएम मोदी भी उनसे मिलने पहुंचे हैं.
अर्जन सिंह मार्शल ऑफ इंडियन एयर फोर्स हैं. सेना में फील्ड मार्शल के बराबर ही वायुसेना में मार्शल होता है. सेना प्रमुख और एयर चीफ मार्शल 4 स्टार जनरल होते हैं जबकि फील्ड स्टार जनरल 5 स्टार जनरल होते हैं. अर्जन सिंह को साल 2002 में मॉर्शल ऑफ इंडियन एयरफोर्स का सम्मान दिया गया.
युद्ध के दौरान कुशल नेतृत्व की वजह से मार्शल को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है. सेना प्रमुख अबतक 60 एयरक्राफ्ट उड़ा चुके हैं और एयर फोर्स से करियर खत्म होने तक वो विमान उड़ाते रहे हैं.
गौरतलब है कि अर्जन सिंह भारतीय वायुसेना के इकलौते ऐसे अधिकारी हैं जिन्हें 2002 में फील्ड मार्शल के बराबर फाइव स्टार रैंक देकर प्रमोशन दिया गया था. साल 1969 में एयरफोर्स से रिटायर होने वाले अर्जन सिंह के नाम पर पानागढ़ एयरफोर्स स्टेशन का नाम रखा गया था.
एयरफोर्स मार्शल का जन्म 1919 में पाकिस्तान के लयालपुर में हुआ था. मात्र 19 साल की उम्र में वो भारतीय वायुसेना में शामिल हुए. अराकन कैंपेनिंग और फिर इंफाल कैंपेनिंग के दौरान उन्होंने अपनी स्क्वाड का नेतृत्व भी किया. आपको ये बात भी दिलचस्प लगे कि सेना में मानेकशॉ और करियप्पा सिर्फ दो ही मार्शल रहे हैं
साल 1966 से पहले वायुसेना प्रमुख को चीफ ऑफ एयर स्टाफ कहा जाता था और रैंक होता था एयर मार्शल का लेकिन 26 जनवरी, 1966 को रैंक अपग्रेड करके एयर चीफ मार्शल बना दिया गया और अर्जन सिंह देश के पहले एयर चीफ मार्शल बने.
अर्जन सिंह 26 जनवरी, 2002 को मार्शल ऑफ इंडियन एयर फोर्स बनाए गए थे. अर्जन सिंह पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देने पालम एयरपोर्ट पर व्हीलचेयर पर गए थे.