मऊ: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में भारतीय समाज पार्टी द्वारा अतिपिछड़ा, अतिदलित भागीदारी जनसभा का आयोजन किया गया. जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बीजेपी के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर मुख्य अतिथी रहे. इस कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने विवादित बयान दिया. उनके बयान पर सवाल उठने लगे हैं. राजभर ने अपने विवादित बयान में कहा कि दिल्ली में एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कहा कि ओमप्रकाश जी आपने बिना पैसे के संगठन कैसे बना लिया. राजभर ने बताया कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि हम जिस बिरादरी में पैदा हुए हैं, रुपया तो नही हैं, लेकिन जितना आप की पार्टी यूपी में एक महीने में खर्चा करती होगी, उतना रुपए का हमारी बिरादरी एक दिन में शराब पी जाती हैं.
दरअसल जिले के नगर क्षेत्र स्थित नगर पालिका कम्युनिटी हाल जनसभा का आयोजन रहा, जिसमें ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब में दिल्ली गया था तो प्रधानमंत्री ने कहा कि धन्य हो ओमप्रकाश जी आप ने बिना पैंसे में संगठन कैंसे बना लिया. हमने कहा माननीय प्रधानमंत्री जी हम जिस बिरादरी में पैदा हुए हैं, रुपया तो नही हैं, लेकिन जितना आप की पार्टी उत्तर प्रदेश में एक महीने में खर्चा करती होगी, उतना रुपया हमारी बिरादरी खाली एक दिन में शराब पी जाती हैं और जमकर हसने लगे.
साथ ही राजभर ने आगे कहा कि अधिकारी लोगों को एलआईयू के भाई लोग बता देगे कि भारतीय समाज पार्टी बहुत ही खतरनाक पार्टी हैं. हमरी पार्टी का झंडा पिला हैं और जो लोग कायदे से नही मानेंगे तो समझ लो कि हम शंकर भगवान के पुजारी हैं और जिस दिन में शाप दे दुंगा, उसको पिलिया हो जाएगा, लेकिन हम ये नही चाहेगे. राजभर ने कहा कि सब अपनी आदत में सुधार लाएं और कायदे से गरीबों की बात सुनी जाए, नही तो सीएम के यहां अगर शिकायत पहुंचा दिया तो सीएम, ऐसा सीएम हमने देखा ही नहीं. सीएम के यहां से जांच आयी तो बस छुट्टी ही हो जाएगी. बता दें कि राजभर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ धरना दे चुके हैं. उन्होंने आरोप लगया था कि बीजेपी सरकार में उनकी अनदेखी हो रही है. राजभर ने कहा था कि यहां मेरी अनदेखी नहीं हो रही है, उस जनता की अनदेखी की जा रही है, जिसने भ्रष्टाचार को हटाने के लिए हमे वोट दिया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वो डीएम के खिलाफ धरने पर बैठ जाएंगे. साथ में उन्होंने इस्तीफा देने की धमकी भी दी थी.