मुंबई: प्रद्युम्न मर्डर केस में बॉम्बे हाईकोर्ट ने रेयान इंटरनेशनल स्कूल के ट्रस्टी अगस्तीन एफ पिंटो, ग्रेस पिंटो और रायन पिंटो को अग्रीम जमानत देने से इनकार कर दिया है. हाईकोर्ट ने रेयान के मालिकों की गिरफ्तारी पर आज शाम 5 बजे तक रोक लगा दी है. इसके बाद हरियाणा पुलिस चाहे तो उन्हें गिरफ्तार कर सकती है.
बॉम्बे हाईकोर्ट के निर्देश पर रेयान स्कूल के मालिको ने अपना पासपोर्ट जमा करा दिया है. कोर्ट ने कहा कि पिंटो परिवार के विदेश भाग सकता है इसलिए उन्हें अपना पासपोर्ट जमा कराना होगा. पिंटो परिवार को गुरुवार रात 9 बजे तक मुंबई पुलिस कमिश्नर के पास अपना पासपोर्ट जमा कराना होगा.
वहीं प्रद्युम्न हत्या कांड में ब़ड़ा खुलासा हुआ है. आरोपी कंडक्टर अशोक के वकील ने कहा है कि उसने हत्या नहीं की. अशोक के वकील ने कहा है कि कंडक्टर को झूठे केस में फंसाया जा रहा है. पुलिस ने ज़बरदस्ती उससे बयान दिलवाया है. वकील के मुताबिक अशोक को एसीपी और डीसीपी ने धमकाया और कहा कि बातें नहीं मानने पर तुम्हारे बच्चों को मार दिया जाएगा. अशोक के वकील के मुताबिक उससे मिलने पर कंडक्टर अशोक 10 मिनट तक रोता रहा. उसने कहा कि धर्म का नाम देकर बच्चे को उठवाया गया. वकील ने कहा कि रेयान स्कूल के प्रिसिंपल के कहने पर ही कंडक्टर अशोक ने बच्चे को उठाया और वैगनआर कार में रखा. वकील ने कहा कि पहले माली को बच्चे को उठाने के लिए कहा गया लेकिन उसने मना कर दिया जिसके बाद अशोक ने बच्चे को उठाया.
वकील के मुताबिक अशोक को पुलिस वालों ने कहा कि असली हत्यारा पकड़ा गया है. तुम्हें किसी मारपीट के मामले में गिरफ्तार कर रहे हैं. दो दिन में छोड़ दिया जाएगा. वकील का दावा है कि अशोक को नशे का इंजेक्शन दिया गया. उसके साथ मारपीट की गई. जिसके बाद उसने मीडिया के सामने ये बयान दिया. वकील मोहित वर्मा के मुताबिक प्रिंसिपल ने कंडक्टर अशोक को खून से सने कपड़े धोने के लिए कहा था. वकील ने ये भी बताया कि जिस वक्त कंडक्टर वॉशरूम में था. उसी समय दो बच्चे वॉशरूम में कपड़े बदल रहे थे. कंडक्टर अशोक ने बताया के उसे नींद आ रही थी इसलिए वो वाशरूम हाथ मुंह धोने गया था. वकील का दावा है कि पुलिस को CCTV में एक चश्मे वाला शख्स दिखा. जिसके बारे में वो अभी तक पता नहीं लगा पाई है.
क्या है मामला ?
हरियाणा के गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे प्रद्युमन की हत्या कर दी गई थी. प्रद्युमन की बॉडी टॉयलेट में मिली थी. इस मामले में हरियाणा पुलिस ने स्कूल बस के कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. बता दें कि 8 महीने पहले ही आरोपी अशोक स्कूल में कंडक्टर की नौकरी पर लगा था. अशोक ने बताया कि मेरी बुद्धि खराब हो गई थी. मैं स्कूल के बच्चों के टॉयलेट में था. वहां मैं गलत काम कर रहा था. तभी वह बच्चा आ गया. उसने मुझे गलत काम करते देख लिया. सबसे पहले तो मैंने उसे धक्का दिया. फिर अंदर खींच लिया. वह शोर मचाने लग गया, इससे मैं काफी डर गया. फिर मैंने बच्चे को दो बार चाकू से मारा और उसका गला रेत दिया.