अहमदाबाद: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे दो दिनों के दौरे पर आज भारत पहुंच गए हैं. पीएम मोदी ने अहमदाबाद में उनका स्वागत किया जहां कल बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास होगा लेकिन उससे पहले आज पीएम मोदी एक मस्जिद में पहुंचे. उनके साथ जापानी पीएम शिंजो आबे भी मौजूद थे.
कैसे पूरा होगा बुलेट ट्रेन का सपना !
देश में पहली बुलेट ट्रेन का सपना अगले पांच साल में पूरा होगा. अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 2022 तक पूरा होगा. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लागत 1 लाख 20 हजार करोड़ की है. इसके लिए जापान भारत को 88 हजार करोड़ का लोन देगा. ये लोन 50 सालों के लिए होगा और इस पर जापान 0.1 फीसदी का ब्याज लेगा. अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए पहली बुलेट ट्रेन जापान से इंपोर्ट की जाएगी. करार के तहत जापान भारत को बुलेट ट्रेन की तकनीक मुहैया कराएगा और मेक इन इंडिया के तहत आगे की बुलेट ट्रेन भारत में बनेगी. इस परियोजना के शुरू होने से संगठित क्षेत्र में 24 हजार रोजगार पैदा होंगे. 24 ट्रेनें जापान से यहां आएंगी और बाकी ट्रेनें भारत में ही बनेंगी. भारत और जापान के बीच टेक्नोलॉजी का ट्रांसफर भी होगा. इसके साथ ही कॉरिडोर के किनारे औद्योगिक विकास होगा. इससे दूसरे हाइस्पीड प्रोजेक्ट को मदद भी मिल सकेगी.
देश में पहली बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी. यह ट्रेन 508 किमी का फासला महज 3 घंटे में ही तय कर देगी. अभी यह दूरी तय करने में करीब 7 से 8 घंटे का समय लगता है. ट्रेन की रफ्तार 320 किमी प्रति घंटे के करीब होगी. मुंबई के ठाणे और गुजरात के वसई के बीच ट्रेन सात किमी समंदर के नीचे दौड़ेगी. रिपोर्ट के अनुसार अगले 6-8 महीने में काम शुरू हो जाएगा. बुलेट ट्रेन का एक मॉडल भी अहमदाबाद आ चुका है.
दौरे में क्या-क्या होगा ?
जापानी पीएम के भारत दौरे के दूसरे दिन यानी गुरुवार को अहमदाबाद मुंबई बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट का कल भूमि पूजन होगा. इसके बाद पीएम मोदी और जापान के पीएम सिम्युलेटर में बैठकर बुलेट ट्रेन दिखाएंगे. पहली बार भारत-जापान शिखर वार्ता दिल्ली से बाहर होगी. शिखर वार्ता में दोनों देशों के बीच 5 लाख करोड़ के समझौते होंगे. इनमें डिफेंस, ऑटोमोबाइल, ट्रांसपोर्ट, जैसे सेक्टर में करार होने की उम्मीद है. भारत-जापान के बीच कुल 15 करार होने की उम्मीद है. बताया जा रहा है कि जापान की 5 कंपनियां गुजरात में निवेश के लिए समझौता करेंगी. इसके अलावा जापान से सी-प्लेन खरीदने पर आगे की बातचीत होगी.