मुंबई: रेयान इंटरनेशनल के ट्रस्टी रायन पिंटो, ग्रेस पिंटो और अगस्टीन पिंटो की गिरफ्तारी पर गुरुवार तक के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट से अंतरिम रोक लगी है. गुरुवार को अग्रिम जमानत याचिका पर फिर सुनवाई होगी. पिंटो के वकील ने गुस्सा होकर प्रद्युमन के पिता के वकील के तर्कों के जवाब में कहा “ये नार्थ कल्चर है”.
आज कोर्ट में क्या हुआ –
डिफेंस लॉयर ने कहा कि उन्हें ईनटरवेंशन एप्लीकेशन जो कि प्रद्युमन के पिता द्वारा दाखिल की गई है वो नही मिली है, वो उसे पढ़ेंगे तभी बहस कर पाएंगे.
जिस पर प्रद्युमन के पिता के वकील ने कहा कि हमने कॉपी दिया लेकिन उन्होंने लिया नहीं.
जिस पर पिंटो के वकील ने कहा कि ये इस तरह से आरोप करना नार्थ का कल्चर है
साथ ही पिंटो के वकील ने कहा कि हरियाणा के कोर्ट में इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों को कोई वकील नही मिल रहा है. वहां बार एसोसिएशन ने रेसोलुशन पास करके कहा है कि प्रद्युमन के कत्ल से जुड़े कोई भी आरोपी का केस कोई ना लड़े.
जिसका प्रद्युमन के पिता के वकील ने विरोध किया और कहा ऐसा कोई रेसोलुशन हरयाणा बार एसोसिएशन ने पास नही किया है.
हालांकि कोर्ट ने प्रद्युमन के पिता के वकील को कहा कि आप डिफेंस को ईनटरवेंशन एप्लीकेशन की कॉपी मुहैया करा दें और मामला गुरूवार तीन बजे तक के लिए स्थगित किया जाता है. तींनो लोगों की गिरफ्तारी पर गुरूवार तक के लिए रोक रहेगी.
क्या है मामला ?
हरियाणा के गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे प्रद्युमन की हत्या कर दी गई थी. प्रद्युमन की बॉडी टॉयलेट में मिली थी. इस मामले में हरियाणा पुलिस ने स्कूल बस के कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया था. बता दें कि 8 महीने पहले ही आरोपी अशोक स्कूल में कंडक्टर की नौकरी पर लगा था.
अशोक ने बताया कि मेरी बुद्धि खराब हो गई थी. मैं स्कूल के बच्चों के टॉयलेट में था. वहां मैं गलत काम कर रहा था. तभी वह बच्चा आ गया. उसने मुझे गलत काम करते देख लिया. सबसे पहले तो मैंने उसे धक्का दिया. फिर अंदर खींच लिया. वह शोर मचाने लग गया, इससे मैं काफी डर गया. फिर मैंने बच्चे को दो बार चाकू से मारा और उसका गला रेत दिया.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे प्रद्युम्न के पिता
प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने 11 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन लगाई थी, जिसे कोर्ट स्वीकार कर लिया था. वरुण ने केस की जांच सीबीआई से कराए जाने और स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा के लिए गाइडलाइंस जारी करने की मांग की है. वरुण के वकील सुशील टेकरीवाल ने सुनवाई के बाद कहा कि कोर्ट की निगरानी में सीबीआई इस मामले की जांच करे, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके.
सबूत मिटाने की कोशिश की
प्रद्युम्न केस में पुलिस ने कोर्ट में बताया था कि हत्या की वारदात के बाद स्कूल के अधिकारियों ने कुछ सबूत मिटाने की कोशिश की. दरअसल पुलिस के मुताबिक प्रद्युमन की वाटर बोतल पर खून के निशान मिले थे. लेकिन स्कूल के टीचर ने बच्चों से कहकर वाटर वॉटल धुलवा दिए. ये बात स्कूल के बच्चों के बयान में भी सामने आई थी.
स्कूल के बच्चों ने बताया था कि टीचर ने उनसे कहा था कि वो प्रद्युमन की वाटर बॉटल और लंच बॉक्स को पानी से धो दें. इस मामले की जांच कर रही हरियाणा पुलिस भी सवालों के घेरे में है, हत्या की थ्योरी को लेकर आरोपी कंडक्टर और पुलिस के बयानों में बड़ा अंतर है.