जम्मू के इस विशेषज्ञ ने सुलझाई ब्लू व्हेल की गुत्थी, बचने के लिए बताए ये 5 टिप्स

नई दिल्ली: जम्मू के एक तकनीकी विशेषज्ञ ने ब्लू व्हेल चैलेंज गेम को डिकोड कर दिया है. मृदुल थप्लू नाम के शक्स ने 5 ऐसे तरीके बताए हैं जिसे फॉलो कर आप इस गेम के चुंगल से निकला जा सकता है. इससे पहले गेम के बारे में बताते हुए मृदुल ने कहा कि हम लोग कोई भी गेम अपने दिल को रोमांचित करने के लिए खेलते हैं ना कि अपने जीवन को खत्म करने के लिए. अगर ब्लू व्हेल चैलेंज जैसे कोई गेम कभी भी आपके रास्ते में आ जाता है, तो उसे अपने फोन या लैपटॉप से निकाल दे क्योंकि ऐसे गेम्स मानसिक रूप से आपके सोचने कि प्रक्रिया को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
हमारे देश में ब्लू व्हेल गेम चैलेंज को लेकर कई घटनाएं सामने आई हैं. हर कोई यह जानना चाहता है कि इस गेम में ऐसा क्या है कि लोग मौत को भी गले लगा ले रहे हैं. इस मामले की पूरी जानकारी देते हुए विशेषज्ञ मृदुल थप्लू ने इन बातों पर जोर दिया.
इस गेम का लिंक किसी व्यक्ति को कैसे मिलता है ?
इस गेम का एल्गोरिथ्म कुछ ऐसे डिजाइन किया गया है कि व्यक्ति के ब्राउजिंग हिस्ट्री के आधार पर कुछ लोगों को निर्धारित शर्तें पास करने को कहा जाता है अगर वह ऐसा करते हैं तो उन्हें चैट रूम या पॉपअप विज्ञापनों के माध्यम से इस गेम का लिंक भेजा जाता है.
गेम के शुरू होने और काम करने की प्रक्रिया ?
खेल की पहली चुनौती में आपको हॉरर फिल्में देखनी पड़ती हैं और उन्हें देखने के बाद आपको क्यूरेटर या प्रशासक को उसकी फोटो भेजने को कहा जाता है. पहला टास्क आसान होता है जिससे व्यक्ति को इसमें आसानी से शामिल किया जा सके और फिर धीरे-धीरे उसे मुश्किल बनाया जाता है.
खेल में 50 चुनौतियां का सामना कर होता है जिन्हें एक क्यूरेटर द्वारा मॉनिटर किया जाता है. इन चुनौतियों में हॉरर फिल्मों को देखना और स्वयं-नुकसान पहुंचाना भी शामिल होते हैं और इसकी आखिरी चुनौती में आत्महत्या करने को कहा जाता है.
इस गेम को क्यों कोई व्यक्ति छोड़ नहीं सकता ?
जब कोई व्यक्ति इस गेम को खेलना शुरू करता हैं तो यह यह गेम उसके सभी डेटा फोन से कॉपी कर लेता है जिसमें उसके कॉन्टेक्ट्स, मैसेजेज ,फोटोज, वीडियोज, पासवर्डस, ब्राउज़िंग हिस्ट्री, उसके ईमेल खाते और कई व्यक्तिगत और पर्सनल फोटोज या वीडियोज भी शामिल होती हैं. अगर वह खेल छोड़ने की कोशिश करता है तो खिलाड़ी को ब्लैकमेल किया जाता है, उसके परिवार और कॉन्टेक्ट्स को कॉल्स कर के तंग किया जाता है या धमकाया भी जाता है.
इस गेम के कैसे ना हो शिकार ?
माता-पिता को अपने बच्चों कि गतिविधियों की जांच करनी चाहिए. उनके लिए समय निकालना चाहिए. उनके मुद्दों को समझने और उन्हें सुनने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि मनोवैज्ञानिकों के अनुसार ब्लू व्हेल गेम खेलने वाले लोग परिवार या दोस्तों से अपने आप को दूर करना शुरू कर देते हैं और अकेले ही रहना पसंद करते हैं.
अगर आपका बच्चा गेम खेल रहा तो क्या करें?
ऐसे मामले में इंटरनेट कनेक्शन बंद कर दे, पुलिस से संपर्क करें और अपने बेटे या बेटी को मनोवैज्ञानिक के पास लेजाकर अपने बच्चे की समस्या को समझने की कोशिश करें. अपने बच्चे को उन गतिविधियों में शामिल करें जिसमें आप भी भाग ले सकते हैं और आपसी विश्वास और संबंध बना सकते हैं क्योंकि ऐसे समय में बच्चों को बहुत प्यार और स्नेह की आवश्यकता होती हैं.

 

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