बरेली: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने रविवार को देश के 14 फर्जी बाबाओं की सूची जारी की थी. इस सूची में दो बाबा बरेली की भी हैं. अखाड़ा परिषद से फर्जी घोषित किए जाने के बाद बरेली के पंचमुखी मंदिर के बाबा मलखान और बृहस्पति गिरी भड़क गए. दोनों ने अखाड़ा परिषद को ही फर्जी बता दिया.
बृहस्पति गिरी ने कहा है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की नजर मंदिर के करोड़ों-अरबों की संपत्ति पर है, इसी वजह के कारण इन्होंने हमे फर्जी बताया है. साथ उन्होंने अपनी जान को भी खतरा बताया है. उन्होंने कहा है कि कोर्ट में जमीन को लेकर केस चल रहा है और इसी जमीन के कारण कई बाबाओं की हत्या तक हो चुकी है.
बता दें कि मलखान गिरी पर फर्जी संस्था बनाकर अपना धंधा चमकाने और साल 2003 में गिरी के ऊपर एक लड़की को भी अगवा करने का भी का आरोप लगे हैं. साथ ही मंदिर की संपत्ति को भी नष्ट करने का आरोप लगा था. वहीं बृहस्पति गिरी पर अखाड़े से निकाले जाने के बाद ईसाइयों की पुलिया के पास मंदिर की आड़ में अवैध दुकाने बनवाने का आरोप है. जब भी विकास के प्राधिकरण की टीम इन दुकानों को तोड़ने जाती है, वह इसे धार्मिक रंग देकर निकल लेते हैं.
बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इलाहाबाद में अपनी कार्यकारिणी बैठक में 14 फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी की थी. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद में देश के सभी 13 अखाड़े शामिल हैं. इन अखाड़ों में लाखों की संख्या में साधु-संत हैं. अखाड़ा परिषद की इस बैठक में लिस्ट में शामिल सभी बाबाओं का देशव्यापी बहिष्कार करने की अपील की गई है.
इस लिस्ट में शामिल सभी 14 बाबाओं में आसाराम उर्फ आशुमल शिरमानी, सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां, सचिदानंद गिरी उर्फ सचिन दत्ता, गुरमीत राम रहीम, डेरा सच्चा सिरसा, ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा, निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह, इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी, स्वामी असीमानंद, ऊं नम: शिवाय बाबा, नारायण साईं, रामपाल, खुशी मुनि, बृहस्पति गिरि और मलकान गिरि के नाम शामिल हैं.