नई दिल्ली: धर्म-कर्म का उपदेश देने वाला राम रहीम लोगों को अपना गुलाम बनाता था ? क्या वो उन्हें जाम पिलाकर अपने वश में किया करता था ? ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि राम रहीम सत्संग में आने वाले लोगों को एक खास तरह का जाम पिलाया करता था.
वो कहता था कि कलियुग में संजीवनी है रूहानी जाम है. लेकिन हकीकत क्या है वो अब सामने आया है. आज तक आपने राम रहीम की रंगीनियत जानी, उसकी शहंशाओं जैसी शान-ओ-शौकत देखी. लेकिन क्या राम रहीम की नशीली दुनिया के बारे में सुना है.
अय्याशी में डूबा रहने वाला राम रहीम एक खास तरह का जाम बनाया करता था. जो सत्संग में आने वाले लोगों को पिलाया जाता था. राम रहीम ने जाम-ए-इंसां के नाम से सत्संग की पूरी कड़ी चला रखी थी. जिसमें लोगों को पिलाया जाता था रूहानी जाम है.
कहते हैं कि राम रहीम के इस जाम का असर नशीली दवाओं जैसा होता था. जिसे पीने वाला अपना होशोहवास खो देता था. इस जाम में क्या मिला होता था ? इस जाम का दिमाग पर क्या असर होता था ? और कैसे ये नशा बन जाता था ? ये पीने वाले को कभी मालूम नहीं हुआ. लेकिन इस जाम का राज़ या तो राम रहीम जानता था या फिर उसके राज़दार.
राम रहीम के पूर्व सेवादार हंसराज चौहान का दावा है कि राम रहीम लोगों को जाम इसीलिए पिलाया करता था ताकि उनका दिल और दिमाग अपने वश में कर सके. इधर लोग जाम पीते । और फौरन उसके बाद राम रहीम का गाना शुरू हो जाता, राम रहीम गाने की धुन पर लोगों को डांस कराता था. इनमें ज्यादातर लड़कियां होती थीं.