नई दिल्ली: दो साध्वियों के साथ रेप के आरोप में 20 साल की सजा पाने बलात्कारी बाबा राम रहीम के डेरे से हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. लगातार सर्च ऑपरेशन चल रहे हैं और इन सबके बीच बल्तकारी बाबा की सबसे बड़ी रजादार और देशद्रोही की आरोपी हनीप्रीत गायब है. अभी तक किसी को नहीं मालूम है कि हनीप्रीत आखिर कहां चली गई.
इन सब के बीच में एक ऐसे शख्स पर शक जाता है जिसको पता है आखिर बाबा की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत कहां गई. हनीप्रीत पर आरोप है वो राम रहीम को अदालत से भगाने की साजिश रच रही थी।हनीप्रीत के साथ-साथ पुलिस ने आदित्य इंसा के खिलाफ भी लुकआउट की है. गुरमीत राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद सबसे बड़ी मिस्ट्री गर्ल बनी हनीप्रीत के मामले में इंडिया न्यूज /इनखबर के पास अहम सुराग हाथ लगा है.
25 अगस्त को आखिरी बार हनीप्रीत जिस शख्स के साथ देखी गई उस गवाह की मानें तो संचालिका विपासना के इशारे पर ही उसे डेरे के दो लोग इनोवा गाड़ी में लेकर चले गये. इस शख्सा का दावा है कि हनीप्रीत के गायब होने से पहले वो उसके साथ था. इंडिया न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक, आखिरी बार हनीप्रीत के फोन को दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में ट्रेस किया गया है.
इंडिया न्यूज से गवाह ने कहा कि 25 अगस्त की रात 10 बजे तक हनीप्रीत उसके साथ थी, डेरे के प्रबंधक की ओर से इस नंदजी और प्रदीप नामक शख्स उसके पास से हनीप्रीत को ग्रे कलर की इनोवा में लेकर चले गये. गवाह की मानें तो राम रहीम को जेल में छोड़ने के बाद रोहतक के सुनारिया जेल के पास हनीप्रीत अकेली पेरशान थी, इसलिए डेरे की तरफ से उसे फोन किया गया और उसे कहा गया कि जब तक डेरे से लोग हनीप्रीत को लेने न आ जाए तब तक वो हनीप्रीत को अपने साथ ही रखें.
गवाह की मानें तो रात 10 बजे तक हनीप्रीत उसी के साथ थीं. गवाह ने बताया कि जब उन्होंने नंद और प्रदीप से पूछा कि हनीप्रीत को लेकर वे किस ओर जाएंगे तो उन्होंने हिसार जाने की बात की. गवाह ने ये भी बताया कि जो लोग हनीप्रीत को इनोवा गाड़ी में लेकर गये, उन्हें हनीप्रीत जानती थी.
गवाह के मुताबिक, हनीप्रीत जेल के बाहर परेशान थी. यही वजह है कि उसे डेरा संचालिका की ओर से फोन आया और उसे कहा गया कि डेरे की तरफ से गाड़ी आएगी और उसे ले जाएगी. बता दें कि गवाह डेरे के साथ ये शख्स 10-15 साल से जुड़ा रहा है. वो एक छोटा-मोटा बिजनेसमैन है जो संडे को सत्संग में जाता करता था.
बता दें कि इससे पहले डरे की संचालिका विपासना इस बात से इनकार कर चुकी है कि उसका हनीप्रीत से किसी तरह का कॉन्टेक्ट हुआ है. जबकी गवाह कह चुका है कि डेरा संचालिका विपासना को हनीप्रीत के एक-एक मुवमेंट के बारे में जानकारी थी. गवाह की मानें तो विपासना के कहने पर ही हनीप्रीत को भगाया गया. मगर गवाह की मानें तो 25 अगस्त को आखिरी बार हनीप्रीत को गायब होने से पहले उसी के इशारे पर इनोवा गाड़ी से ले जाया गया.
बता दें कि 25 अगस्त की रात के बाद से हनीप्रीत गायब है. उसके ऊपर पुलिस लुक आउट नोटिस भी जारी कर चुकी है. उसके नेपाल भागने की भी खबर है. यही वजह है कि हरियाणा पुलिस की टीम भारत-नेपाल बॉर्डर पर भी भेजा गया. इसके अलावा कोर्ट की ओर से नियुक्त कमिश्नर की निगरानी में डेरे की तलाशी अभियान भी जारी है. इस तलाशी अभियान में रोज एक नये खुलासे हो रहे हैं और आश्चर्यचकित करने वाली चीजें मिल रही हैं.
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