क्लासरूम से चंद कदमों की दूरी पर हुई प्रद्युम्न की हत्या, सोता रहा स्कूल प्रशासन

प्रद्युम्न के हत्या के पीछे कई ऐसे सारे सवाल हैं. सवाल ये है कि बस कंडक्टर स्कूल में चाकू लेकर कैसे आया? एकाएक उसने प्रद्युम्न का कत्ल क्यों कर दिया?

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क्लासरूम से चंद कदमों की दूरी पर हुई प्रद्युम्न की हत्या, सोता रहा स्कूल प्रशासन

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  • September 9, 2017 3:13 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
गुरुग्राम: रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे प्रद्युम्न की हत्या के बाद स्कूल प्रबंधन पर सवाल उठने लगे हैं. इंडिया न्यूज के एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया रेयान इंटरनेशनल स्कूल में घटना स्थल पर पहुंचे. इंडिया न्यूज ने अपने कैमरे में घटना की कुछ दर्दनाक तस्वीरें भी कैद की है.
 
7 साल के प्रद्युम्न की जिस टॉयलेट में हत्या की गई है उसके बाहर की दीवार पर खूना के निशान पाए गए. हालांकि फॉरेंसिक टीम की ओर से पूरी तरह काबू में करने के बाद भी खून के निशान दीवार पर दिखाई दे रहे थे. स्कूल का बरामदा ऐसा है कि कोई भी व्यक्ति कहीं से आ सकता है और कहीं से जा सकता है.
 
प्रद्युम्न के क्लास से टॉयलेट की दूरी मुश्किल से तीन कदम है. क्लास रूम और टॉयलेट के बीच केवल एक दीवार का फर्क है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि प्रद्युम्न की हत्या की गई तो कत्ल कितने जोर से किया गया होगा उसकी चींख बाहर आई की नहीं आई, ये भी अपने आप में बड़ा सवाल है. इस घटना में एक बस कंडक्टर को गिरफ्तार किया गया है. 
 
स्कूल को देखने के बाद पता चलता है कि स्कूल इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का नहीं है. मेंटनेंस की भारी कमी है. क्लास रूम भी कोई बहुत मेंटेन नहीं दिखा. सफाई की भी कमी, पुरानी दीवारे दिखाई दी. स्कूल की मैनेजिंग डायरेक्टर मैडम ग्रेस पिंटो हैं. जबकि रेयान पिंटो जो कि इस पूरे ग्रुप के सीईओ हैं. उन्हीं के नाम पर ये स्कूल है. स्कूल के दोनों डायरेक्टर जिसमें सोनल पिंटो और नेहर पिंटो के नाम का पोस्टर स्कूल में चस्पा किया हुआ है. 
 
 
सुरक्षा के कोई खास इंतजाम नहीं
स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करे तो यहां पर सुरक्षा के कोई खास इंतजाम नहीं दिखे. रेयान स्कूल का बहुत बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है. बिल्डिंग के बाहर की बात करे तो कुछ इलाकों में बाउंड्री हुई है और कुछ इलाका खुला ही पड़ा हुआ है. इस घटना में स्कूल के सेंकेड नंबर की बस के कंडक्टर पर प्रद्युमन के हत्या का आरोप है. लेकिन सबसे बड़ी बात की प्रद्युम्न बस से स्कूल नहीं आता था. मां ज्योति ठाकुर ने इंडिया न्यूज को बताया कि उसके पापा रोजाना प्रद्युम्न को स्कूल छोड़ते थे. 
 
 
छोड़ने के 15 मिनट बाद ही आ गया स्कूल से फोन
जिस दिन प्रद्युम्न की हत्या हुई उस दिन भी पापा सुबह 7.50 बजे स्कूल छोड़ के गए थे लेकिन, उसके 15 मिनट बाद ही स्कूल  से फोन आ गया कि आप अस्पताल में पहुंचे. इस संबंध में पहली स्कूल पहुंचे संजय शर्मा ने इंडिया न्यूज से बात करते हुए बताया कि यहां पर बच्चों के देखभाल के लिए कोई केयर टेकर नहीं है. संजय ने बताया कि यहां तक की स्कूल की ओर से आईडी कार्ड तक नहीं दिए गए हैं. संजय ने कहा कि टॉयलेट से बच्चे का क्लास एकदम सटा हुआ है.
 
इसके बाद भी हत्या की भनक किसी को नहीं लगी. आमतौर पर प्राइमरी स्कूल के बच्चे जब टॉयलेट इस्तेमाल करने जाते हैं तो वहां पर एक केयर टेकर होता है. प्रद्युम्न के हत्या के पीछे कई ऐसे सारे सवाल हैं. सवाल ये है कि बस कंडक्टर स्कूल में चाकू लेकर कैसे आया? एकाएक उसने प्रद्युम्न का कत्ल क्यों कर दिया? सवाल ये कि क्या प्रद्युम्न के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया गया? इनके जवाब फिलहाल नहीं. 
 
(वीडियों में देखें पूरी रिपोर्ट)

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