उस रोज स्कूल जाने से पहले प्रद्युम्न बहुत खुश था क्योंकि आज उसके दोस्त का जन्मदिन था और उसने तीन बार अपनी मां को बताया कि आज वो अपने दोस्तों के साथ स्कूल में चॉकलेट बांटेगा.
नई दिल्ली: उस रोज स्कूल जाने से पहले प्रद्युम्न बहुत खुश था क्योंकि आज उसके दोस्त का जन्मदिन था और उसने तीन बार अपनी मां को बताया कि आज वो अपने दोस्तों के साथ स्कूल में चॉकलेट बांटेगा. वो बहुत खुश था कि आज वो अपने खास दोस्त सर्वेश के जन्मदिन पर उसके साथ सारा दिन गुजारेगा. उसके साथ खूब मस्ती करेगा, स्कूल जाने से पहले प्रदयुम्न इस बात से काफी खुश था लेकिन शायद उसकी खुशियों को नजर लग गई.
वहशी दरिंदे ने उस मासूम से बच्चे का गला काट दिया. सोचकर भी कलेजा कांप उठता है कि कैसे कोई इंसान के बच्चे को भेंड-बकरी की तरह काट सकता है. भेंड बकरी को भी कटते देखकर दया आ जाती है, ये तो फिर भी इंसान का बच्चा था.