नई दिल्ली : यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने कॉलेज और सभी विश्वविद्यालयों के छात्रों से 11 सितंबर को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पीच सुनने का अनुरोध किया है. यूजीसी ने इस स्पीच को ‘जीवन बदलने’ वाला बताया है.
इस मामले पर ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने सभी टेक्निकल कॉलेजों के डायरेक्टर्स को नोटिस भेज दिया है. यंग इंडिया- न्यू इंडिया पर 11 सितंबर को होने वाले पीएम मोदी के भाषण को देश के सभी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में लाइव सुनाया जाएगा.
स्वामी विवेकानंद की ओर से शिकागो में विश्व धर्म संसद में दिए गए भाषण के 125 साल पूरे होने और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के शताब्दी समारोह के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के भाषण का कार्यक्रम रखा गया है.
इस प्रोग्राम की थीम ‘यंग इंडिया, न्यू इंडिया – ए रिसर्जेंट नेशन : संकल्प से सिद्धि तक’ दिया गया है. यूजीसी ने देश की सभी यूनिवर्सिटी और शिक्षण संस्थानों में सर्कुलर जारी कर इस कार्यक्रम के लिए सही से व्यवस्था करने को कहा है.
सर्कुलर में कहा गया है, ‘सभी शिक्षण संस्थान भाषण के लाइव प्रसारण के लिए टीवी/प्रोजेक्टर की उचित व्यवस्था करें. इसके साथ ही कार्यक्रम के लिए संस्थानों में बैठने की सही व्यवस्था भी की जाए.’